पाटन. पलामू डीडीसी शब्बीर अहमद ने मनरेगा में भ्रष्टाचार के आरोप के मामले में पाटन बीपीओ स्वीटी सिन्हा से कई बिंदुओं पर जवाब मांगा है. मालूम हो कि पाटन बीपीओ स्वीटी सिन्हा जब चैनपुर में पदस्थापित थी, तो उनके खिलाफ मनरेगा मद की राशि गबन करने का आरोप लगा था. इस मामले में ग्रामीण विकास विभाग के संयुक्त सचिव ने सात मार्च को डीडीसी को पत्र भेज कर जानकारी मांगी है. संयुक्त सचिव के पत्र के आलोक में डीडीसी ने बीपीओ स्वीटी सिन्हा से तीन बिंदुओं पर जवाब मांगा. मामला चैनपुर प्रखंड से जुड़ा हुआ है. बरांव के संजय कुमार यादव ने इस मामले में विभाग से शिकायत की थी. चैनपुर प्रखंड में संचालित मनरेगा की योजनाओं में अनियमितता बरतते हुए आय से अधिक संपति अर्जित करने, मनरेगा के तहत संचालित योजना सिंचाई कूप, गाय शेड के निर्माण में सरकार के नियमों की अनदेखी करने का आरोप है. प्रावधान के मुताबिक प्रत्येक पंचायत में पांच सिंचाई कूप व गाय शेड स्वीकृत करना था. बीपीओ ने प्रत्येक पंचायत में लगभग आठ, 10, 15, 30, एक व दो योजनाओं को स्वीकृत किया. मनरेगा के कनीय अभियंता शिवशंकर सहित अन्य वरीय पदाधिकारियों के नाम पर तत्कालीन बीपीओ स्वीटी सिन्हा के द्वारा अवैध राशि की मांग की जाती थी. दबाव बनाकर अग्रिम योजनाओं के भाउचर पर हस्ताक्षर कराया जाता था. मापी पुस्तिका में इंट्री करने के नाम पर भी पैसे की उगाही की गयी है.
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