मेदिनीनगर. शहर के पुलिस लाइन रोड में बीस फुटा पुल के समीप कोयल नगर मोड़ पर बांस में लगे बिजली के तार खतरे को आमंत्रण दे रहे हैं. कोयल नगर में करीब तीन वर्षों में दर्जनों मकान बने हैं और नये भवन का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. इस मुहल्ले में बिजली का खंभा और तार अभी तक नहीं लगा है. लेकिन लोगों के घर में बिजली का कनेक्शन है. अब सवाल उठता है कि जब बिजली का खंभा व तार नहीं पहुंचा है तो लोग अपने घर में कनेक्शन लेकर विद्युत का उपयोग कैसे कर रहे हैं. लोगों के मन में यह सवाल उठना लाजिमी है. लेकिन जिन लोगों ने बिजली विभाग से कनेक्शन लिया है, भले ही उनके घर तक खंभा व तार न पहुंचा हो. लेकिन वे लोग काफी दूर पर लगे पोल से तार खींच कर अपने घर को रोशन कर रहे हैं. इसके लिए लोग मुख्य मार्ग के अलावा मुहल्ले की सड़कों पर लगे पेड़ व बांस के सहारे पांच दर्जन से अधिक बिजली के तार ले गये हैं. बिजली का पोल व तार लगाने के प्रति विभाग गंभीर नहीं है. यही वजह है कि लोग खंभा की जगह बांस का सहारा लेकर घर में बिजली जला रहे हैं. लेकिन अब यह बांस लोगों के गले का फांस भी बन सकता है. क्योंकि कई जगहों पर बांस जर्जर हो चुका है और झुक गया है. पिछले तेज आंधी में कई बांस झुके हैं. मुख्य सड़क पर बिजली का तार लगा बांस भी झुका है और क्षतिग्रस्त भी हो गया है. लेकिन विभाग के लोग इससे अनभिज्ञ हैं. जबकि मुख्य मार्ग से ही हजारों लोग गुजरते हैं. जिस जगह पर बांस क्षतिग्रस्त हुआ है, उसके बगल से ही मुहल्ले के लोग आते-जाते है. कभी भी तेज आंधी में यह बांस तार सहित सड़क पर गिर सकता है और नुकसान हो सकता है. इस तरह बांस के सहारे बिजली का तार ले जाना खतरे को आमंत्रण दे रहा है. फिर भी न तो स्थानीय लोग इस मामले को लेकर गंभीर है और न ही बिजली विभाग लोगों के घर तक पोल व तार पहुंचाने की दिशा में काम कर रहा है. आखिर क्षतिग्रस्त बांस का खंभा कब तक खड़ा रहेगा.
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