झारखंड आंदोलनकारी नेता प्रसन्न दुबे का निधन
झारखंड अलग राज्य आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाने वाले वरीय झारखंड आंदोलनकारी नेता प्रसन्न कुमार दुबे का निधन हो गया.
मेदिनीनगर. झारखंड अलग राज्य आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाने वाले वरीय झारखंड आंदोलनकारी नेता प्रसन्न कुमार दुबे का निधन हो गया. वे करीब 84 वर्ष के थे. उनके छोटे पुत्र अरुण दुबे ने बताया कि वे लंबे समय से अस्वस्थ थे. उन्होंने पैतृक गांव चैनपुर थाना क्षेत्र के तलेया में अंतिम सांस ली. गांधीपुर के पास कोयल नदी तट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया. उनके बड़े पुत्र ओंकार दुबे ने मुखाग्नि दी. उन्होंने बताया कि झारखंड पार्टी (होरो गुट) से जुड़ कर उन्होंने अलग झारखंड राज्य आंदोलन को तेज किया. वे झारखंड आंदोलन के अग्रणी नेताओं में से एक थे. गढ़वा और पलामू जिले में वे निर्भीक होकर झारखंड आंदोलन की अगुवाई करते रहे. वे झारखंड पार्टी (होरो गुट) के केंद्रीय उपाध्यक्ष थे और पार्टी के विभिन्न संगठनात्मक पदों पर लंबे समय तक सक्रिय भूमिका निभायी. वे करीब 20 वर्षों तक पलामू गढ़वा के जिलाध्यक्ष पद पर रहे. वर्ष 1972 में उन्होंने गढ़वा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव भी लड़ा था. अपने राजनीतिक जीवन में उन्हें कई बार आंदोलन के दौरान पुलिसिया दमन का भी सामना करना पड़ा. उनके संघर्षों ने न सिर्फ झारखंड आंदोलन को धार दी, बल्कि नयी पीढ़ी के लिए भी प्रेरणा का मार्ग प्रशस्त किया. कई लोगों ने शोक जताया है.
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