Kartik Purnima 2022: पलामू की कोयल नदी के तट पर गंगा महाआरती, जले 21 हजार दीये, देखें Pics

कार्तिक पूर्णिमा और देव दीपावली के मौके पर पलामू की कोयल नदी का तट 21 हजार दीये से जगमग हो उठा. वहीं, यूपी के वाराणसी से आये पुरोहितों ने गंगा महाआरती किया. इस मौक पर पश्चिम बंगाल के आसनसोल से आये कलाकारों ने शानदार नृत्य प्रस्तुत कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया.

By Samir Ranjan | November 8, 2022 10:11 PM
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कार्तिक पूर्णिमा और देव दीपावली के अवसर पर पलामू की गंगा कही जाने वाली कोयल नदी के पवित्र तट पर महाआरती और दीपदान का आयोजन किया गया. इस दौरान कोयल नदी के तट पर 21 हजार दीये जलाये गए. वाराणसी से आये पुरोहितों द्वारा गंगा आरती किया गया. इस दौरान हजारों की संख्या में लोग पहुंचकर इस आयोजन में भाग लिया.

उत्तर प्रदेश के वाराणसी से आये पुरोहितों ने पलामू की कोयल नदी के तट पर गंगा आरती किया. इस गंगा आरती को देखने शहर वासियों की भीड़ उमड़ पड़ी. इस दौरान कोयल नदी का तट भक्तिमय हो गया.

कोयल नदी के तट पर पहुंची शहर की महिलाओं ने दीपदान भी किया. इससे पूर्व देव दीपावली को लेकर 21 हजार दीये से नदी तट जगमग हो उठा. गंगा आरती और दीपदान को लेकर काफी संख्या में लोग यहां पहुंचे थे.

इस मौके पर मेदिनीनगर नगर निगम की मेयर अरुणा शंकर मुख्य अतिथि के तौर पर कार्यक्रम में उपस्थित थी. गंगा आरती के बाद प्रार्थना करते हुए मेयर ने सभी निगम वासी के कल्याण की दुआ मां गंगा से की. इस अवसर पर निगम के मेयर पद के प्रत्याशी रहे युगल किशोर सहित कई गण्यमान्य लोग मौजूद थे.

महाआरती के बाद पश्चिमी बंगाल के आसनसोल से आये कलाकारों ने एक के बाद एक शानदार नृत्य प्रस्तुत कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया. कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर देव दीपावली को लेकर 21 हजार दीये से जगमग होते कोयल नदी का तट देखने लायक था. हर कोई इस अद्भुत क्षण को अपने कैमरे में कैद कर रहा था.

कार्तिक पूर्णिमा और देव दीपावली के मौके पर कोयल नदी के तट पर गंगा महाआरती और 21 हजार दीये से जगमग हुए क्षेत्र को देखने काफी संख्या में लोग पहुंचे. लोग इस अद्भुत क्षण को देखने कोयल नदी में उतर गये. हर कोई इस अद्भुत क्षण को छोड़ना नहीं चाह रहा था.

रिपोर्ट : सैकत चटर्जी, पलामू.

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