मेदिनीनगर. पलामू जिला कृषक मित्र संघ ने छह सूत्री मांगों को लेकर बुधवार को विभाग के जिला कार्यालय के समक्ष रोषपूर्ण प्रदर्शन किया. इसका नेतृत्व संघ के पलामू जिलाध्यक्ष रंजन दुबे ने किया. पलामू जिले के सभी प्रखंडों से आये कृषक मित्रों ने मांगों के समर्थन में जमकर नारेबाजी की. मांग पूरा नहीं होने पर कृषक मित्रों ने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है. संघ के जिलाध्यक्ष रंजन दुबे ने कहा कि पलामू जिले के कृषक मित्र सरकार की योजनाओं को धरातल पर उतारने और किसानों को लाभ दिलाने की दिशा में पूरी सक्रियता के साथ काम कर रहे हैं. लेकिन सरकार कृषक मित्रों को उचित मजदूरी भी नहीं दे रही है. प्रोत्साहन राशि के रूप में सिर्फ एक हजार रुपये दिया जाता है, जो न्यूनतम मजदूरी से भी काफी कम है. उन्होंने कहा कि प्रोत्साहन राशि का भुगतान भी कई वर्ष से लंबित है. सरकार को चाहिए कि कृषक मित्रों का उचित मानदेय निर्धारित कर प्रतिमाह भुगतान करे. उन्होंने कहा कि विभागीय पदाधिकारी ने आठ अप्रैल को तुगलकी फरमान जारी किया है. इसके मुताबिक कृषक मित्रों को प्रखंड कार्यालय में अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी. प्रदर्शन के दौरान कृषक मित्रों ने एकजुट होकर इसका विरोध किया और इसे अविलंब वापस लेने की मांग की गयी. मौके पर संघ के जिला उपाध्यक्ष कृष्णा बैठा, रामजन्म मेहता, विमला कुमारी, प्रतिमा देवी, लीलावती देवी, राम सुंदर मेहता, सुरेंद्र सिंह, रोशन सिंह, आनंद सिंह, संतोष सिंह, विष्णुदेव मेहता, मनोज सिंह, मुन्ना विश्वकर्मा, अरविंद सिंह, संजू चौरसिया, रवि सिंह, विनोद प्रजापति, बाबूलाल मेहता, सुधांशु रंजन सिंह, सुजीत मिश्रा, शंकर राम, राशिद आलम, सुदर्शन यादव, अयूब अंसारी, उमेश राम, रंजीत सिंह सहित कई कृषक मित्र शामिल थे. प्रदर्शन के बाद कृषक मित्रों ने आत्मा के परियोजना निदेशक के नाम जिला कृषि पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपा. कृषक मित्रों ने ज्ञापन के माध्यम से 15 दिनों के भीतर बकाया प्रोत्साहन राशि का भुगतान करने, सभी कृषक मित्रों को आइडी बनाने, ग्राम स्तर पर कृषक पाठशाला व कृषक गोष्ठी संचालित करने, प्रखंड कार्यालय में उपस्थिति दर्ज कराने का आदेश को वापस लेने सहित अन्य मांगों को पूरा करने की मांग की.
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