बैठक में विशेष रूप से बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा हुई. इस दौरान नक्सली घटना को अजाम देकर सीमा से सटे इलाके में प्रवेश कर सकते हैं. इसलिए यह आवश्यक है कि दोनों राज्यों की सीमा पर नक्सलियों के खिलाफ बड़ा अभियान शुरू हो और नक्सलियों की घेराबंदी करने का लक्ष्य निर्धारित किया जाये. बैठक में सुरक्षा को लेकर व्यापक रणनीति तय की गयी.
सूत्रों की माने, तो अधिकारियों की बैठक में सुरक्षा का खाखा तैयार किया गया. साथ ही वैसे शीर्ष नक्सलियों की चर्चा हुई जिनका दस्ता सक्रिय है. उन दस्ता पर रोक लगे और नक्सलियों पर नकेल कसा जाये इस पर व्यापक रूप से चर्चा की गयी. वहीं, केंद्रीय सुरक्षा सलाहकार के विजय कुमार ने डगरा पुलिस पिकेट पर तैनात जवानों के साथ बैठकर खाना खाया और उनलोगों का मनोबल भी बढ़ाया.
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बैठक में कहा गया कि दोनों राज्य की सीमा सटी है. डगरा पुलिस पिकेट होने के बाद उग्रवादियों की गतिविधियां कम हुई है. इसलिए यह जरूरी है एक बड़ा अभियान शुरू कर नक्सलियों के गतिविधियों पर पूर्णत: अंकुश लगे. बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा होने के बाद डगरा में आहूत बैठक सुरक्षा के दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण है. बैठक में कई पहलु पर चर्चा की गयी है.
बैठक में सीआरपीएफ के आईजी डॉ नलिन प्रभात, झारखंड के आईजी डॉ महेश्वर दयाल, पलामू प्रक्षेत्र के डीआईजी राजकुमार लकड़ा, पलामू एसपी संजीव कुमार, अभियान एसपी अरुण कुमार सिंह, सीआरपीएफ 134 के कमांडेंट अरुणदेव शर्मा, प्रशिक्षु आईपीएस कपिल चौधरी, एसडीपीओ शंभू कुमार सिंह मौजूद थे.
Posted By : Samir Ranjan.