मेदिनीनगर. प्रधान जिला व सत्र न्यायाधीश दिवाकर पांडेय ने शनिवार को मेदिनीनगर केंद्रीय कारा का निरीक्षण किया. उन्होंने कारा बंदियों से मुलाकात कर उनके परेशानियों के बारे में जानकारी ली. प्रधान जिला व सत्र न्यायाधीश श्री पांडेय ने कहा कि कोई भी बंदी अधिवक्ता के बिना नहीं रहे. डालसा के द्वारा इसके लिए जागरूकता कैंप का आयोजन किया जाता है. सजायाफ्ता बंदी अपील अवश्य दाखिल करें. कहा कि जो अधिवक्ता रखने में सक्षम नहीं हैं. वे लीगल एड डिफेंस काउंसिल के अधिवक्ता के माध्यम से काम करा सकते हैं. उन्होंने एलएडीसी के अधिवक्ताओं को निर्देश दिया कि जिन बंदियों की अपील उच्च न्यायालय में दाखिल नहीं है. उनका डेटा एकत्र कर जल्द से जल्द अपील फाइल का कार्य करें. केंद्रीय कारा में उन्होंने महिला वार्ड का भी निरीक्षण किया. वार्ड में रह रहीं महिला बंदियों से भी जानकारी प्राप्त की. बताया कि सभी लोगों के द्वारा जमानत आवेदन दाखिल है. साथ ही अपील फाइल की गयी है. कुछ लोगों ने सरकारी अधिवक्ता व कुछ लोगों ने निजी अधिवक्ता के माध्यम से अपील व जमानत अर्जी दाखिल करने की जानकारी दी. इसके बाद उन्होंने पाकशाला और वार्डों का भी निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि जिन बंदियों की अपील फाइल नहीं की गयी है, डालसा के माध्यम से लोगों को मुक्त विधिक सहायता उपलब्ध करायी जा रही है. इसके तहत लोगों की जमानत, अपील, रिवीजन आदि का कार्य किया जा रहा है. बंदियों को अपने केस की जानकारी रखनी चाहिए. उनके केस में क्या हो रहा है, इसकी भी जानकारी रखने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि जेल में प्रतिदिन लीगल एड डिफेंस काउंसिल के अधिवक्ता आते हैं. उनसे भी अपने केस के स्टेटस के बारे में पता कर सकते हैं. महिला वार्ड व पाकशाला को सुव्यवस्थित करने का निर्देश काराधीक्षक को दिया. मौके पर कारा अधीक्षक भागीरथ करजी , लीगल एड डिफेंस काउंसिल के चीफ अमिताभ चंद सिंह, डिप्टी चीफ संतोष कुमार पांडेय, असिस्टेंट उत्तम कुमार, आशीष रंजन, सहायक अमित विश्वकर्मा, पीएलबी नीरज सिंह, आलोक करकेट्टा सहित कई लोग मौजूद थे.
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