मेदिनीनगर. नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय के विभिन्न समस्याओं को लेकर शुक्रवार को एनएसयूआइ विश्वविद्यालय के अध्यक्ष आशीष कुमार ठाकुर ने भूख हड़ताल शुरू किया. एनएसयूआइ ने आरोप लगाया है कि विद्यार्थियों को शैक्षणिक, प्रशासनिक और बुनियादी सुविधाओं की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.सिर्फ लंबे समय आश्वासन मिलता रहा है. इस दिशा में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गयी. छात्र संगठन के नेताओं ने बताया कि विद्यार्थियों ने आरटीआइ के तहत छात्रों की कॉपियों का मूल्यांकन से जुड़ी जानकारी सार्वजनिक करने की मांग की गयी. लेकिन नजर अंदाज किया गया है. किन कॉलेजों में कितने शिक्षक, कर्मचारी व संसाधन उपलब्ध हैं. इसे स्पष्ट करने को कहा गया. सत्र 2024-26 के नामांकन पोर्टल को शीघ्र खोलने, सभी अंगीभूत कॉलेजों में नियमित कक्षा संचालन व विषयवार शिक्षकों की व्यवस्था सुनिश्चित करने की बात कही गयी. छात्र नेताओं ने बताया कि परीक्षा विभाग की कार्यप्रणाली की उच्चस्तरीय जांच करायी जाये, ताकि स्पष्ट हो सके. इसके अलावा अंकपत्र, उपाधि वितरण व मूल्यांकन प्रणाली को पारदर्शी एवं समयबद्ध करने, छात्र संघ चुनाव की घोषणा, महिला कॉलेजों में पुस्तकालय, टॉयलेट व छात्रावास जैसी बुनियादी सुविधाएं विकसित करने की मांग की गयी है. विश्वविद्यालय इन सारी बिंदुओं पर कार्रवाई करती है, तभी एनएसयूआइ भूख हड़ताल समाप्त करेगा.नेताओं ने कहा कि एमएड, एलएलएम जैसे कोर्सों की पढ़ाई होनी चाहिए.इसके अलावा महिला महाविद्यालय में बीएड की पढ़ाई शीघ्र शुरू होनी चाहिए. छत्तरपुर डिग्री कॉलेज सहित अन्य संस्थानों में शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पूरी होनी चाहिए. विश्वविद्यालय स्तर पर टॉपर विद्यार्थियों को शोध व उच्च शिक्षा में अवसर प्रदान किया जाना चाहिए. इसके अलावा छह सरकारी कॉलेजों को राज्य सरकार से स्वीकृत अनुदान तत्काल वितरित किया जाय. एनएसयूआइ के विवि अध्यक्ष आशीष कुमार ठाकुर ने चेतावनी दी है कि यदि इन मांगों पर विश्वविद्यालय प्रशासन कार्रवाई नहीं करती है, तो उग्र आंदोलन किया जायेगा. मौके पर कॉलेज अध्यक्ष रिशु दुबे, हसीमबिस्मिल, गुलाम नबी, रोशन कुमार, सत्य प्रकाश, बसंत सिंह, राशिद अंसारी, अंकित कुमार, दीपक कुमार, रामचंद्र कुमार सहित कई लोग मौजूद थे.
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