मेदिनीनगर. वन प्रमंडल पदाधिकारी सत्यम कुमार ने छतरपुर के 13 क्रशर के लाइसेंस को रद्द करने की अनुशंसा कर दी है. जिन लोगों के द्वारा प्रशिक्षु आइएफएस का वाहन रोका गया था. उन लोगों के विरुद्ध छतरपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. वन विभाग को 15 फरवरी को सूचना मिली थी कि छतरपुर के बरडीहा, हुटुकदाग, मुरुमदाग, बचकोमा, चेराइ में पत्थर का अवैध खनन किया जा रहा है. इसके बाद प्रशिक्षु आइएफएस नवनीत कुमार व मजिस्ट्रेट 17 फरवरी को जांच करने पहुंचे. इस दौरान अवैध खनन के साक्ष्य मिला. जांच के दौरान कई क्रशर स्थल पर करीब दो हजार सीएफटी अवैध पत्थर पाया गया. जो वन क्षेत्र से लाया गया था. क्रशर संचालकों ने लीज क्षेत्र से बाहर जाकर इन पत्थरों का अवैध खनन किया था. प्रशिक्षु आइएफएस श्री कुमार 25 फरवरी को क्रशर का सर्वे चिह्नित करने जा रहे थे. इस दौरान उन्होंने देखा कि कुछ लोगों ने हाइवा खड़ा कर सड़क जाम कर दिया है. उन्होंने इसकी सूचना जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन को दी थी. डीएफओ सत्यम कुमार ने बताया कि सड़क जाम करनेवाले लोगों चिह्नित कर उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. जिला पर्यावरण समिति ने प्रशिक्षु आइएफएस को क्रशर के आसपास पर्यावरण की स्थिति की जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया था. जांच के दौरान पाया गया था कि स्कूल के पास क्रशर संचालित हो रहा है. क्रशर प्लांट में किसी तरह की पंजी उपलब्ध नहीं थी. मानक के अनुरूप क्रशर का संचालन नहीं किया जा रहा है. प्लांट के अंदर जाने के लिए सड़क भी नहीं है. अधिकतर क्रशर प्लांट में जल छिड़काव की व्यवस्था नहीं है. क्रशरों के समीप तय मानकों के अनुसार चहारदीवारी भी नहीं पायी गयी. इसकी रिपोर्ट वन विभाग के द्वारा स्टेट एनवायरमेंट इंपैक्ट एसेसमेंटअथॉरिटी को भेजा गया है. इन सभी क्रशर के विरुद्ध लाइसेंस रद्द करने की अनुशंसा कर दी गयी है. जिन क्षेत्रों में वन विभाग के द्वारा जांच की गयी है. उन क्षेत्रों में गैर मजरुआ व वन विभाग की जमीन पर पत्थर काफी ज्यादा मात्रा में है. जिससे अवैध खनन की संभावना बनी रहती है.
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