पांडू. खैरा विकास मंच के संस्थापक ललन प्रसाद पांडेय ने डीसी को आवेदन देकर पिछले 40 वर्षों से बेकार व बंद पड़ी पांडू जलापूर्ति योजना को 16 जून तक चालू कराने की मांग की है. योजना चालू नहीं हुआ, तो 17 जून से प्रखंड कार्यालय परिसर में आमरण अनशन करने की चेतावनी दी है. डीसी को दिये आवेदन में बताया है कि वर्ष 1984 में पांडू जलापूर्ति योजना बनी थी. तबसे वहां के लोगों को एक बूंद भी पानी मयस्सर नहीं हुई है. इतना ही नहीं, झारखंड राज्य निर्माण के बाद से अब तक दो बार जलापूर्ति योजना को दुरुस्त करने में करोड़ों रुपये खर्च किये गये, लेकिन घटिया निर्माण व जलस्तर काफी नीचे होने के कारण उसका लाभ लोगों को नहीं मिला. उन्होंने यह भी लिखा है कि पांडू हार्डरॉक पर बसा हुआ है जिसके कारण 1000 फिट नीचे भी पर्याप्त पेयजल उपलब्ध नहीं होता है. जिससे वहां पेयजल का घोर अभाव है. उन्होंने आवेदन में एक सुझाव भी दिया है कि बांकी नदी में एक वियर बना कर पेयजलापूर्ति योजना को चालू कर पेयजल उपलब्ध कराया जा सकता है. मंच के अध्यक्ष श्री पांडेय 1984 से ही पेयजलापूर्ति योजना को चालू कराने के लिए संघर्षरत हैं. स्थानीय जनमुद्दों को लेकर श्री पांडेय हमेशा से धरना प्रदर्शन व आमरण अनशन कर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराते आये हैं.
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