भुरकुंडा. भुरकुंडा व बासल क्षेत्र के विभिन्न चर्च में गुड फ्राइडे मनाया गया. ईसाई समुदाय ने ईसा मसीह की पीड़ा व मानव जाति के लिए उनके बलिदान को याद किया. पूरे दिन चर्च में ईसा मसीह के दुखभोग की घटना को याद करते हुए प्रार्थनाएं व धर्मविधि होती रही. भुरकुंडा कैथोलिक चर्च में प्रार्थना सभा के बाद प्रभु यीशु के सात उपदेशों को पढ़ कर सुनाया गया. धर्मविधि कराते हुए मुख्य अनुष्ठाता फादर बरनावस खलखो ने अपने उपदेश में कहा कि आज का दिन पवित्र क्रूस पर यीशु मसीह के दुखभोग व मरण की घटना को याद करने का दिन है. कहा कि सच्चा कार्य ही प्रभु से इंसान को मिला सकता है. प्रभु यीशु द्वारा दिये गये सात उपदेशों में से मुख्य दो उपदेश सभी पर दया करो व दुखियों की सेवा करो में जीवन का सार छिपा हुआ है. क्रूस का चुंबन व अनुयायियों के बीच परम प्रसाद के वितरण के बाद सामूहिक आशीर्वाद के साथ समारोह संपन्न हुआ. फादर ने बताया कि गुड फ्राइडे पर हम प्रभु यीशु के बलिदान को याद करते हैं. चर्च में सेवा करके उन पलों को याद करते हैं, जब यीशु ने मानव सेवा के लिए अपने प्राण त्याग दिये थे. इस अवसर पर फादर सेबरेन लकड़ा, फादर मरिया लूइस, फादर थॉमस, प्रदीप खलखो, पात्रिक मिंज, सुधीर मिंज, अनीश बाड़ा, बासिल कुजूर, राजेश पंडरवानी, जुस्टिन बारा, इरेनियुस गिद्ध, जुलिता एक्का, रजनी डुंगडुंग, रजनी बागे, जोसेफ ओड़ेया, प्रीतम तिग्गा, रणवीर मिंज, अमन तिग्गा, बेरोनिका टोपनो, फूलमनी गुड़िया, रासेल तिग्गा, अमन कुजूर, आशीष कुजूर, प्रमोद कुजूर, नम्रता तिग्गा, अनिल लकड़ा, अमृतलाल, जॉनसन लकड़ा उपस्थित थे.
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