रांची. मस्जिद-ए-जाफरिया में सोमवार को मजलिस का आयोजन हुआ. मुख्य वक्ता हजरत मौलाना हाजी सैयद तजीबुल हसन रिजवी ने कहा कि कर्बला के उपदेश लोगों के अंदर से बुराई निकालना और अच्छाई के रास्ते पर लाना है. हजरत इमामे हुसैन उसे क्या पसंद करते जो मजहब के नाम पर ढोंग रच रहा था. उसका नाम यजीद था, यजीद मआविया के बेटे का नाम है जो शरीयत मोहम्मदी को बदलना चाहता था. मौलाना तहजीबुल हसन ने कहा कि उस गलत इंसान के मुकाबले में सच्चाई का पैरोकार बनकर इमाम हुसैन उठे और दुश्मनों का मुकाबला किया. इसके बाद सच्चाई की जीत. कर्बला का उद्देश्य अच्छाई करना है. मजलिस में इकबाल फातमी, डॉ मुबारक अब्बास, अमूद अब्बास, सैयद शाहरुख हसन रिजवी, नदीम रिजवी, नासिर हुसैन, एसएच फातमी, एजाज हुसैन, मंसूर अहमद, जावेद हैदर, हाजी हबीब, जुहैर बाकर, मो हाशिम, यावर हुसैन, आमिर गोपालपुरी मौजूद थे.
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