रांची. योग दिवस के पूर्व सप्ताह में ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विवि सेवा केंद्र, हरमू रोड में कार्यक्रम किया गया. उदघाटन स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ प्रियंका ने किया. उन्होंने कहा कि राजयोग द्वारा मनुष्य का मानसिक तनाव दूर होता है. मन को शांति मिलती है. अमरजीत ने कहा कि आध्यात्मिक चर्चा में योग शब्द का भावार्थ आत्मा का परमात्मा से संबंध जोड़ना व परमात्मा से मिलन मनाना है. सीए एंजिला गोयंक ने कहा कि शारीरिक सुखों की इच्छा अपने को शरीर समझने के कारण ही शुरू होती है. शिक्षिका कविता मुखर्जी ने कहा कि स्वयं को एक चैतन्य ज्योति बिंदु व प्रकाशपुंज के रूप में अनुभव करने से आत्मा जागृति रहती है. कमल गुप्ता ने कहा कि इस जहान को एकता के सूत्र में बांधने का महामंत्र ही योग है. ब्रह्माकुमारी निर्मला बहन ने कहा कि योग शारीरिक मानसिक और आध्यात्मिक संतुलन की भारत के 5000 वर्ष पुरानी ऐसी विधा है, जिससे मन और शरीर में तादात्म्य को बनाकर सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सकता है.
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