अधिकारियों के रायपुर दौरे का किया जिक्र
नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने लिखा है, ‘जहां तक स्मरण हो रहा है कि जब छत्तीसगढ़ सिंडिकेट के साथ मिलकर यहां शराब घोटाले की तैयारी हो रही थी. तब झारखंड से सचिव स्तर के एक अधिकारी के नेतृत्व में अधिकारियों की टीम को वहां स्टडी कर रिपोर्ट देने के लिये भेजा गया था. इन अधिकारियों ने रायपुर दौरा कर महज चौबीस घंटे में छुट्टी के दिन अपनी रिपोर्ट बनाकर छत्तीसगढ़ मॉडल अपनाने की अनुशंसा कर दी थी.
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इन्हें करना चाहिये जांच के दायरे में शामिल
बाबूलाल मरांडी ने आगे कहा कि “एसीबी अगर इस शराब घोटाले के तह तक जाना चाहती है, तो उसे रायपुर गयी कमेटी में शामिल सारे लोगों की भूमिका एवं सहभागिता को जांच के दायरे में शामिल करना चाहिये. इस बात की जांच कर कार्रवाई करनी चाहिये कि रायपुर गई टीम ने वहां किन लोगों से मुलाकात की, क्या “डील” हुई? वह डील कराने में कौन लोग शामिल थे? किसके दबाव में उस टीम को महज चौबीस घंटे में छुट्टी के दिन भी “छत्तीसगढ़ मॉडल” अपनाने की अनुशंसा वाली रिपोर्ट सौंपनी पड़ी थी?
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सीएम करे CBI जांच की अनुशंसा– बाबूलाल मरांडी
बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मांग करते हुए कहा कि मैं एक बार फिर आपसे आग्रह कर रहा हूं कि अगर आप वास्तव में इस शराब घोटाले की सच्चाई उजागर करना चाहते हैं. तो इस मामले की सीबीआई जांच की अनुशंसा करिये.
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