अमृतपान कराकर बनाया खालसा
गुरुद्वारा के हेड ग्रंथी ज्ञानी जीवेंदर सिंह ने कथा वाचन कर खालसा साजना दिवस के बारे में विस्तार से बताते हुए साध संगत को बताया कि आज ही के दिन 1699 में गुरु गोविंद सिंह जी ने मानवता एवं धर्म की रक्षा के लिए पांच प्यारों भाई दया सिंह, भाई धर्म सिंह, भाई हिम्मत सिंह, भाई मोहकम सिंह और भाई साहब सिंह को अमृतपान कराकर खालसा बनाया और स्वयं भी उनके हाथों अमृतपान किया और खालसा पंथ की स्थापना की. श्री अनंद साहिब जी के पाठ, अरदास, हुकुम वानामा एवं कढ़ाह प्रसाद वितरण के साथ विशेष दीवान की समाप्ति सुबह 9:15 बजे हुई. मौके पर सत्संग सभा के सचिव अर्जुन देव मिढ़ा ने समूह साध संगत को बैसाखी एवं खालसा साजना दिवस की बधाई दी.
दीवान में ये श्रद्धालु हुए शामिल
आज के दीवान में सुंदर दास मिढ़ा, हरगोविंद सिंह, अशोक गेरा, वेद प्रकाश मिढ़ा, अमरजीत गिरधर, मनीष मिढ़ा, चरणजीत मुंजाल, जीवन मिढ़ा, मोहन काठपाल, मनोहर लाल मिढ़ा, सुरेश मिढ़ा, लक्ष्मण सरदाना, हरीश मिढ़ा, नानक चंद अरोड़ा, राजकुमार सुखीजा, इंदर मिढा, रमेश पपनेजा, कवलजीत मिढ़ा, महेश सुखीजा, बसंत काठपाल, जीतू काठपाल, अमरजीत सिंह मुंजाल, राजेंद्र मक्कड़, अनूप गिरधर, बिनोद सुखीजा, पवनजीत सिंह, महेन्द अरोड़ा, आशु मिढ़ा, नवीन मिढ़ा, राकेश गिरधर, नीरज सरदाना, ईशान काठपाल, किशन गिरधर, कुणाल चूचरा, कमल अरोड़ा, हरविंदर सिंह, कमल मुंजाल, पंकज मिढ़ा, गौरव मिढ़ा, अमन डावरा, बबली दुआ, गीता कटारिया, शीतल मुंजाल, मंजीत कौर, खुशबू मिढ़ा, दुर्गी देवी मिढ़ा, बिमला मिढ़ा, नीता मिढ़ा, इंदु पपनेजा, रेशमा गिरधर, ममता सरदाना, मीना गिरधर, श्वेता मुंजाल, उषा झंडई, नीतू किंगर, ममता थरेजा, सुषमा गिरधर, गूंज काठपाल, खुशबू मिढ़ा समेत अन्य श्रद्धालु शामिल हुए.
ALSO READ: बैसाखी पर आज गुरुनानक स्कूल में सजेगा विशेष दीवान