झारखंड में बर्ड फ्लू की पुष्टि, अस्पताल प्रशासन ने दिया सतर्क रहने का निर्देश, जानें क्या हैं लक्षण

डॉ मिश्रा ने बताया कि बच्चा मंगलवार को नियोनेटेलॉजी विभाग में सर्दी-खांसी और बुखार की समस्या लेकर भर्ती हुआ था. इलाज के दौरान ही उल्टी और दस्त भी शुरू हो गयी. साथ ही ऑक्सीजन सेचुरेशन भी कम हो गया.

By Prabhat Khabar News Desk | August 19, 2023 7:03 AM
an image

बर्ड फ्लू (एवियन इंफ्लूएंजा-एच3एन2) से संक्रमित रामगढ़ निवासी नौ माह के बच्चे को रिम्स में भर्ती किया गया है. बच्चे में संक्रमण की पुष्टि अस्पताल के जेनेटिक्स एंड जिनोमिक्स और माइक्रोबायोलॉजी विभाग द्वारा की गयी जांच में हुई है. इसके बाद नियोनेटोलॉजी विभाग में भर्ती बच्चे को आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है. अस्पताल प्रशासन ने बच्चे का इलाज कर रहे डॉक्टरों, स्वास्थ्य कर्मियों और उसके अभिभावकों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिये हैं. वहीं, इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को भी दे दी गयी है. संक्रमित बच्चे का इलाज रिम्स के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ राजीव मिश्रा की देखरेख में चल रहा है.

डॉ मिश्रा ने बताया कि बच्चा मंगलवार को नियोनेटेलॉजी विभाग में सर्दी-खांसी और बुखार की समस्या लेकर भर्ती हुआ था. इलाज के दौरान ही उल्टी और दस्त भी शुरू हो गयी. साथ ही ऑक्सीजन सेचुरेशन भी कम हो गया. लक्षणों को देखते हुए डॉक्टरों ने बच्चे की कोरोना और बर्ड फ्लू की जांच कराने का परामर्श दिया. जांच के लिए सैंपल माइक्रोबायोलॉजी विभाग में भेजा गया था, जहां बच्चे में एच3एन2 (एवियन इंफ्लूएंजा) की पुष्टि हुई.

माइक्रोबायोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ मनोज कुमार ने बताया कि इस संक्रमण में सतर्कता बरतनी चाहिए, क्योंकि इससे एक से दूसरे व्यक्ति के संक्रमित होने की आशंका रहती है. रिम्स निदेशक डॉ राजीव कुमार गुप्ता, अधीक्षक डॉ हीरेंद्र बिरुआ, उपाधीक्षक डॉ शैलेश त्रिपाठी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मामले में सभी प्रकार की सावधानी बरती जा रही है. आइसोलेशन में बच्चे को आवश्यक जीवनरक्षक दवाएं उपलब्ध करायी गयी हैं. वहीं, बच्चे की मां के सैंपल को भी जांच के लिए माइक्रोबायोलॉजी विभाग को भेज दिया गया है.

क्या है लक्षण

तेज बुखार होना

मांसपेशियों में दर्द

सिर दर्द

उल्टी व दस्त

खांसी और सांस में समस्या

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें
होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version