कोरोना पॉजिटिव हुई लड़की तो पड़ोसियों ने घर पर फेंके पत्थर, दी जान से मारने की धमकी, फिर सीएम हेमंत सोरेन ने की मदद

मोरहाबादी स्थित मस्जिद गली के समीप रहने वाली एक कोरोना पॉजिटिव युवती ने मंगलवार को फेसबुक लाइव पर अपनी पीड़ा जाहिर की. युवती ने कहा कि पॉजिटिव आने के बाद वह अस्पताल में रहना चाहती थी, लेकिन जिला प्रशासन ने बेड नहीं होने की बात कह कर जबरन होम आइसोलेशन में रहने को कहा.

By Prabhat Khabar News Desk | September 16, 2020 7:50 AM
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रांची : मोरहाबादी स्थित मस्जिद गली के समीप रहने वाली एक कोरोना पॉजिटिव युवती ने मंगलवार को फेसबुक लाइव पर अपनी पीड़ा जाहिर की. युवती ने कहा कि पॉजिटिव आने के बाद वह अस्पताल में रहना चाहती थी, लेकिन जिला प्रशासन ने बेड नहीं होने की बात कह कर जबरन होम आइसोलेशन में रहने को कहा. वह पिछले 10 दिनों से होम आइसोलेशन में है. इस दौरान उसे इतनी पीड़ा झेलनी पड़ी, जिसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है.

युवती ने कहा कि जब से वह पॉजिटिव हुई है, तब से मोहल्ले के लोग पूरे परिवार को मारने की फिराक में हैं. मोहल्ले के ही बबलू अंसारी, महादेव, छोटू लोहरा व राजा लोहरा लोगों को भड़का रहे हैं कि यह बाहर से बीमारी लेकर आयी है. इसलिए उसके परिवार को मार दिया जाये. रविवार को मोहल्ले के लोग मेरे परिवार को मारने जुटे थे. हमारे घर पर पथराव किया. इसकी सूचना डीसी से लेकर बरियातू थाना को दी, लेकिन किसी ने कोई कदम नहीं उठाया.

इधर, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने डीसी रांची को तत्काल पीड़ित युवती की मदद करने का निर्देश दिया. इसके बाद जिला प्रशासन द्वारा युवती की जांच रिम्स में करायी गयी. डीसी ने कहा कि जांच रिपोर्ट निगेटिव आने पर सील हटा लिया जायेगा. युवती के घरवालों को किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए बरियातू थाना को निर्देश दिया गया है.

जबरन कराया होम आइसोलेशन

युवती ने बताया कि छह सितंबर को उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आयी. उसने रिम्स के डॉक्टरों से कहा कि उसे अस्पताल में भर्ती होना है. इस पर डॉक्टरों ने कहा कि आपको यहां नहीं रखा जा सकता है, क्योंकि आप एसिम्प्टोमेटिक हैं. आपको होम आइसोलेशन में रहना होगा. आठ तारीख को प्रशासन की टीम हमारे घर आयी. यहां टीम ने एक फॉर्म दिया. उस पर लिखा था कि मैं एक निजी डॉक्टर की सलाह पर अपनी मर्जी से होम आइसोलेशन में रह रही हूं. मैं अब अपनी कोरोना जांच प्राइवेट से कराऊंगी. इसका विरोध करने के बाद भ टीम ने उससे हस्ताक्षर करा कर घर को सील कर दिया.

घर के बाहर बैरियर लगा हुआ है

कुछ दिन बाद सेहत में सुधार होने पर जब वह कोरोना जांच के लिए इंसीडेंट कमांडर को फोन लगाया, तो कहा गया कि मोरहाबादी में कैंप लगा है. वहां जाकर जांच करा लीजिए. इस पर युवती ने कहा कि वह घर से कैसे निकलेगी. घर के बाहर बैरियर लगा हुआ है. इस पर उन्होंने कहा कि खुद से हटा कर चले जाइये. इस पर मैंने कहा अगर मैं बैरियर हटा कर निकली, तो मोहल्ले के लोग मुझे जान से मार डालेंगे. इस पर उन्होंने कहा कि अगर आप मोरहाबादी नहीं जा सकती हैं, तो किसी प्राइवेट लैब वाले को घर बुला लीजिए.

सुरक्षा देने की मांग

युवती को जान से मारने की धमकी दिये जाने की घटना की अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ प्रणव कुमार बब्बू ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. उन्होंने लड़की के परिजनों से बात की और अधिकारियों से पूरे परिवार को सुरक्षा देने की मांग की है.

  • मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिला प्रशासन ने कोरोना पॉजिटिव युवती की रिम्स में दोबारा जांच करायी

  • युवती ने कहा : वह अस्पताल में रहना चाहती थी, जबरन होम आइसोलेशन में रहने को कहा गया

  • मोहल्ले के पूरे लोग बने हुए हैं जान के दुश्मन, पीड़ा को शब्दों में बयां करना मुश्किल

क्या कहती है पुलिस

बरियातू थाना प्रभारी सपन महथा ने कहा कि पॉजिटिव युवती के घर पर पथराव व हमला की जानकारी नहीं मिली है. उसके घर के सामने कुछ लोगों के जमा होने की जानकारी मिली थी. सूचना पर पुलिस वहां गयी थी. पुलिस को बताया गया कि जो युवती पॉजिटिव है, वह बैरिकेडिंग से बाहर निकल कर घूम रही थी, जिसका लोगों ने विरोध किया था. जिस चार लोगों का नाम युवती ने लिया है, उसके बाद में कोई आवेदन नहीं दिया गया है. इसलिए मामले कोई केस दर्ज नहीं हुआ है.

Post by : Pritish Sahay

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