रांची: झारखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र 15 दिसंबर से शुरू हो रहा है. इसके हंगामेदार होने के आसार हैं. पहली बार विपक्षी बीजेपी नेता प्रतिपक्ष के साथ सदन पहुंचेगी. अमर बाउरी के बीजेपी विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद यह पहला सत्र होगा. बीजेपी ने पूरी गोलबंदी के साथ सरकार को घेरने की रणनीति बनायी है. कांग्रेस सांसद धीरज साहू से जुड़े ठिकानों से करोड़ों की बरामदगी का मुद्दा सदन में गरमाएगा. विपक्ष सदन में इस मुद्दे पर गठबंधन की सरकार खास कर कांग्रेस पार्टी को घेरेगा. 300 करोड़ से अधिक राशि का हिसाब कांग्रेस से मांगेगा. इसके साथ ही भाजपा भ्रष्टाचार, विधि-व्यवस्था व रोजगार के मुद्दे पर सरकार से जवाब मांगेगी. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी के समन का मामला सदन में मुद्दा बनेगा. बीजेपी विधायक ईडी के समन के बावजूद मुख्यमंत्री के द्वारा इसका सामना नहीं करने पर सवाल उठायेंगे. मुख्यमंत्री के ईडी के सामने उपस्थित नहीं होने को लेकर घेरेंगे. हाल में नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो, एनसीआरबी द्वारा जारी अपराध से संबंधित आंकड़े खास कर महिलाओं के खिलाफ अत्याचार को मुद्दा बनायेंगे. संतालपरगना क्षेत्र में घुसपैठ को लेकर बीजेपी आक्रामक होगी. इधर, विपक्ष के सवालों के जवाब के लिए सत्ता पक्ष भी तैयार है. गुरुवार को सीएम आवास में बैठक कर सत्ता पक्ष ने रणनीति बनायी. संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि सत्ता पक्ष ने अपनी तैयारी कर ली है. इसी तैयारी के साथ ही हम सत्र की शुरुआत करेंगे. इसके लिए हमने पूरी रणनीति तय कर ली है. विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि पहली बार नेता प्रतिपक्ष के साथ सदन की कार्यवाही चलेगी. उम्मीद की जा रही है कि इस बार सही ढंग से सदन की कार्यवाही चलेगी. कांग्रेस धीरज साहू के ठिकानों से कैश बरामदगी को व्यक्तिगत मामला बता रही है. सांसद धीरज साहू के द्वारा पुस्तैनी व्यापार से अर्जित पैसा बताया जा रहा है.
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