बेरमो विधायक अनूप सिंह से ईडी ने 10 घंटे तक की पूछताछ, कांग्रेस विधायक ने बाहर आने के बाद कही ये बात
ED Interrogates Anup Singh: अनूप सिंह ने कहा था कि वह ईडी के नोटिस से डरे हुए नहीं हैं. उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है. ईडी के अधिकारियों को वह जांच में सहयोग करेंगे. ईडी के अधिकारी जो भी सवाल उनसे पूछेंगे, उसके बारे में वह खुलकर अपना जवाब देंगे.
By Prabhat Khabar Digital Desk | December 24, 2022 9:50 PM
झारखंड कांग्रेस के विधायक अनूप सिंह से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों की पूछताछ खत्म हो गयी है. करीब 10 घंटे की पूछताछ के बाद 9 बजे कांग्रेस विधायक ईडी कार्यालय से बाहर आये. उन्होंने मीडिया से कहा कि ईडी ने उनके साथ अच्छा व्यवहार किया. शिकायककर्ता के तौर पर जांच में मदद करने के लिए उन्हें बुलाया गया था. ईडी के अधिकारियों ने अच्छा भोजन कराया. वह ईडी के दफ्तर में घूमे भी. उन्होंने कहा कि कोलकाता सीआईडी को जो जानकारी उन्होंने दी थी, उसके बारे में ही जानकारी हासिल करने के लिए ईडी दफ्तर बुलाया गया था. उन्होंने कहा कि जांच के लिए जब-जब ईडी उन्हें बुलायेगी, वे हाजिर हो जायेंगे.
झारखंड विधानसभा की कार्यवाही खत्म होने के अगले ही दिन बेरमो के विधायक जयमंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह (Jaimangal Singh Alias Anup Singh) पूछताछ के लिए रांची के हिनू स्थित प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के दफ्तर में हाजिर हुए. कांग्रेस विधायक और दिवंगत दिग्गज कांग्रेसी नेता राजेंद्र सिंह के पुत्र अनूप सिंह शनिवार को करीब सवा 11 बजे ईडी के दफ्तर पहुंचे. यहां कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद उनसे पूछताछ शुरू हुई.
इससे पहले अनूप सिंह ने कहा था कि वह ईडी (Directorate of Enforcement) के नोटिस से डरे हुए नहीं हैं. उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है. ईडी के अधिकारियों को वह जांच में सहयोग करेंगे. ईडी (ED) के अधिकारी जो भी सवाल उनसे पूछेंगे, उसके बारे में वह खुलकर अपना जवाब देंगे. बता दें कि कोलकाता कैश कांड (Kolkata Cash Scandal) में बेरमो के विधायक अनूप सिंह को ईडी ने तलब किया था. ईडी ने 16 दिसंबर को उन्हें नोटिस भेजा था.
उल्लेखनीय है कि कोलकाता में कांग्रेस पार्टी के तीन विधायकों इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी और राजेश कच्छप को गिरफ्तार किया था. उनकी कार से पुलिस को लाखों रुपये कैश मिले थे. बंगाल पुलिस की इस कार्रवाई के बाद कहा गया था कि इन विधायकों ने झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार को गिराने की साजिश रची थी. इसी के लिए उन्हें ये रुपये मिले थे.
हालांकि, तीनों विधायकों ने खुद को निर्दोष करार दिया था. कहा था कि वे साड़ी, धोती और लुंगी खरीदने के लिए पैसे लेकर कोलकाता पहुंचे थे. उन्हें साजिश के तहत फंसाया गया है. इन तीनों विधायकों की गिरफ्तारी में जयमंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह की अहम भूमिका रही थी. इसलिए इस मामले में अनूप सिंह से भी पूछताछ हो रही है.
केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने नवंबर में इस मामले की जांच अपने हाथ में ली थी. इसके बाद उसने अनूप सिंह को नोटिस जारी किया था. उधर, पश्चिम बंगाल पुलिस की कार्रवाई के बाद कांग्रेस पार्टी ने कथित तौर पर झारखंड की महागठबंधन सरकार का तख्तापलट करने की साजिश रचने के आरोपी तीनों विधायकों को पार्टी से निष्कासित कर दिया था.
हालांकि, इन विधायकों के खिलाफ अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है. तीनों विधायकों ने झारखंड विधानसभा के हालिया शीतकालीन सत्र में भी भाग लिया. ईडी सूत्रों ने कहा है कि अधिकारियों ने उनसे पूछताछ के लिए सवालों की एक लिस्ट तैयार की है. हालांकि, यह पता नहीं चल पाया है कि उनसे कौन-कौन से सवाल पूछे जायेंगे.