रोड इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में कहां खड़ा है झारखंड, पढ़ें ये खास रिपोर्ट

पथ निर्माण विभाग की सड़कों का घनत्व बढ़ कर करीब 175 किमी प्रति हजार वर्ग किमी हो गया है. वहीं करीब 3200 किमी सड़क को राष्ट्रीय उच्च पथ के अधीन लेकर विकसित किया जा रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | November 15, 2023 10:42 AM
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23 वर्षों के सफर में झारखंड रोड इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में काफी आगे बढ़ा है. यहां के गांवों में पक्की सड़कें बन गयी है. नदी- नाला में पुल-पुलिया बन गये हैं. 250 और उससे कम आबादी वाले गांव भी सड़कों से जुड़ गये हैं. गांवों में मौजूद अस्पताल और स्कूलों को पक्की सड़कों से जोड़ दिया गया है. वहीं प्रखंड मुख्यालय से पंचायत तक सड़क से जुड़ गये हैं. कई स्टेट हाइवे और मेजर डिस्ट्रिक्ट रोड फोर लेन में तब्दील हो गये हैं.

राज्य गठन के समय इन सड़कों की लंबाई जहां 5400 किमी थी, अब बढ़ कर यह करीब 14000 किमी हो गयी है. वहीं पथ निर्माण विभाग की सड़कों का घनत्व बढ़ कर करीब 175 किमी प्रति हजार वर्ग किमी हो गया है. वहीं करीब 3200 किमी सड़क को राष्ट्रीय उच्च पथ के अधीन लेकर विकसित किया जा रहा है.

सिक्स लेन का भी हुआ निर्माण :

राज्य सरकार ने रांची में छह लेन के रिंग रोड का निर्माण कराया है. इसके सात चरणों में से पांच चरणों का काम हो गया है. शेष दो चरणों का काम विकास से रामपुर तक एनएचएआइ के माध्यम से पूर्ण होने वाला है. राज्य सरकार ने रांची से कांके -पिठोरिया होते हुए पतरातू तक फोर लेन सड़क का निर्माण कराया है. पहाड़ों को काट कर शानदार सड़क बनायी गयी है.

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बदल गये अंग्रेज के जमाने के पुल :

राज्य गठन से लेकर अब तक अंग्रेज के जमाने के पुलों को बदल दिया गया. ईंट और लोहे के पुलों को बदल कर अब वहां उच्च स्तरीय पुलों का निर्माण हो गया है. जहां नदियों के कारण छह माह तक आवागमन बंद रहता था. अब पुलों के निर्माण हो जाने से कनेक्टिविटी बेहतर हो गयी है. यहां तक कि साहिबगंज में गंगा नदी पर पुल बन रहा है. दुमका के मयूराक्षी नदी में राज्य का सबसे बड़ा पुल बन गया.

राजधानी रांची में सड़कों की दशा बदली :

राजधानी रांची में तो लगभग सभी सड़कों की दशा बदली है. सारी सड़कें चौड़ी हुई है. रिंग रोड के साथ ही तीन-तीन रेलवे ओवरब्रिज कडरु, डिबडीह और नामकुम बने. हरमू रोड, बरियातू रोड, सरकुलर रोड, ओल्ड हजारीबाग रोड, कांके रोड, मेन रोड, डोरंडा रोड, एयरपोर्ट रोड, धुर्वा सचिवालय रोड, अरगोड़ा-पुंदाग रोड, रेडियम रोड, पुरुलिया रोड, जेल रोड, करम टोली-बोड़ेया रोड, कडरु डायवर्सन रोड, नामकुम-डोरंडा रोड, लालगंज-टाटीसिलवे रोड,

रांची-चाईबासा लिंग रोड, राजभवन का बाहरी और अंदरी रोड, रांची-तुपुदाना रोड, कांठीटांड़-दलादली-कटहल मोड़ रोड, विधानसभा-नयासराय रोड, सहजानंद चौक से कडरु रोड, ओवरब्रिज सर्विस रोड, क्लब रोड, स्टेशन रोड आदि को बनाया गया है. सभी सड़कें चौड़ी हुई. इनके अलावा ग्रामीण इलाके में जोन्हा-पुराडीह रोड, अनगड़ा-राहे-हाहे रोड, सिल्ली-बंता, हजाम-टिकरा-रंगामाटी रोड, बुंडू-सोनाहातू-जामुदाग-जरैया रोड, बंता-राहे-बुंडू रोड, सोनाहातू-मिलन चौक रोड, हटिया-लोधमा-कर्रा-खूंटी रोड, खूंटी-कर्रा-बेड़ो रोड, कामडारा-बेड़ो रोड, कांठीटांड़-ठाकुरगांव रोड, पिठोरिया-ठाकुरगांव रोड सहित बड़ी संख्या में सड़कों का निर्माण हुआ. इस बीच पड़ने वाली नदियों पर पुल बने.

आउटर रिंग रोड की ओर बढ़ रहा मामला :

अब केंद्र सरकार की मदद से झारखंड राजधानी के लिए आउटर रिंग रोड तैयार कराने के लिए आगे बढ़ा है. इसका डीपीआर बन रहा है. जल्द ही स्वीकृति भी होगी.

राजधानी रांची में ही एक साथ तीन-तीन आरओबी का निर्माण हो रहा है. कांटाटोली फ्लाईओवर, सिरमटोली से मेकन फ्लाईओवर और रातू रोड में केंद्र की मदद से फ्लाईओवर बन रहे हैं, जो ट्रैफिक को स्मूथ करेंगे. वहीं जमशेदपुर के मानगो में भी फ्लाईओवर बनाने के लिए एनएचएआइ की ओर से कार्रवाई की जा रही है.

ग्रामीण सड़कों का विकास

राज्य में ग्रामीण सड़कों का तेजी से विकास हुआ. प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से अब तक 33682 किमी सड़कों का निर्माण हुआ है. 100 की आबादी वाले गांवों को भी सड़कों से जोड़ने की दिशा में सरकार आगे बढ़ी है. गांवों से लोग अपने कृषि व अन्य उत्पादों को लेकर सड़क मार्ग से हाट पहुंच पा रहे हैं.

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