पुलिस ने कहा- कई दिन पहले की थी आत्महत्या
पुलिस के मुताबिक, तीनों ने कई दिन पहले ही आत्महत्या कर ली थी. मनीष विजय ने एक सप्ताह पहले छुट्टी ली थी. छुट्टी खत्म होने के बाद भी वह कार्यालय नहीं गये. उनका फोन भी नहीं लग रहा था. इस वजह से उनके साथ काम करने वाले लोग उनके घर पहुंचे. सहयोगियों के आवाज देने पर भी दरवाजा नहीं खुला. घर से तेज दुर्गंध भी आ रही थी. इसके बाद घटना की जानकारी पुलिस को दी गयी.
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मामले की तहकीकात जारी
पुलिस दरवाजा तोड़ कर घर के अंदर पहुंची, तो उनकी नजर तीनों की लाश पर पड़ी. कई दिन पहले ही मृत्यु होने के कारण शवों से दुर्गंध आ रही थी. पुलिस ने इसे पहली नजर में आत्महत्या का मामला बताया है. हालांकि, मामले की तहकीकात चल रही है.
लंबे समय से ड्यूटी पर नहीं थी शालिनी, भेजा था इस्तीफा
शालिनी विजय लंबे समय से ड्यूटी पर नहीं थी. लगभग दो वर्षों पहले गढ़वा में पदस्थापित रहते हुए वह छुट्टी पर गयी थी. उसके बाद से उन्होंने योगदान नहीं किया था. कुछ महीनों पहले उन्होंने अपना इस्तीफा कार्मिक विभाग को भेजा था. जो अब तक स्वीकृत नहीं किया गया था. शालिनी की मां शकुंतला अग्रवाल अपने पुत्र मनीष विजय के साथ ही रहती थी. वह बोकारो के एक शिक्षण संस्थान से बतौर शिक्षिका सेवानिवृत्त हुई थीं. इधर, शालिनी भी लगभग एक साल से अपने भाई के साथ रह रही थी.
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