मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की हो रही मांग
रांची के रिम्स और सदर अस्पताल के बाहर डॉक्टरों ने जोरदार प्रदर्शन कर कोलकाता की महिला डॉक्टर के साथ हुई घटना पर न्याय की मांग की. सभी लोग मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट के साथ साथ क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट में संशोधन की मांग कर रहे हैं. इस दौरान वे वी वॉन्ट जस्टिस के नारे लगा रहे हैं.राज्यभर में हो रहे प्रदर्शन के कारण मरीजों को परामर्श नहीं मिल पा रहा है. इमरजेंसी सेवा को छोड़ सभी प्रकार की सेवाएं ठप हैं.
रिम्स के जूनियर डॉक्टर्स 13 अगस्त से कर रहे हैं आंदोलन
गौरतलब है कि रिम्स में 13 अगस्त से ही जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन (जेडीए) के बैनर तले मेडिकल के छात्र आंदोलन कर रहे हैं. इस वजह से राज्य के सबसे बड़े अस्पताल में ओपीडी बंद है. जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल के कारण शुक्रवार तक 40 से अधिक मेजर सर्जरी टालनी पड़ी. सबसे अधिक 20 से 24 ऑपरेशन सामान्य सर्जरी विभाग में टाले गये. इसके अलावा हड्डी, न्यूरो सर्जरी, पीडियाट्रिक सर्जरी, यूरोलॉजी, कैंसर सर्जरी विभाग में भी ऑपरेशन टाले गये हैं.
IMA ने किया था देश देशव्यापी हड़ताल का ऐलान
बता दें कि नेशनल आइएमए ने शनिवार को देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया था. इसमें सरकारी और निजी अस्पताल में कार्यरत सभी डॉक्टर्स व स्वास्थ्यकर्मियों को शामिल होने कहा गया था. इस हड़ताल को झारखंड के 11,000 से ज्यादा डॉक्टरों का समर्थन मिला है. इस वजह से रविवार सुबह तक इमरजेंसी सेवा को छोड़ सभी प्रकार की सेवाएं ठप रहेगी.
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