जमीन घोटाले में भी हो सकती है प्रेम प्रकाश की गिरफ्तारी, छवि रंजन और उनसे जेल में ED ने की पूछताछ

ईडी की टीम ने न्यायालय से अनुमति मिलने के बाद गुरुवार को बिरसा मुंडा जेल में प्रेम प्रकाश व छविरंजन से पूछताछ की. साथ ही पूछताछ के लिए विष्णु अग्रवाल को अपने साथ ले गयी

By Prabhat Khabar News Desk | August 4, 2023 9:13 AM
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जेल में हुई पूछताछ के दौरान प्रेम प्रकाश व छविरंजन ने विष्णु अग्रवाल से जान पहचान की बात मानी. लेकिन जमीन की खरीद बिक्री में अपनी संलिप्तता से इनकार किया. छविरंजन ने विष्णु अग्रवाल से दस्तावेज साझा करने के आरोप से इनकार किया. इधर, पूछताछ में सहयोग नहीं करने के कारण प्रेम प्रकाश की गिरफ्तारी जमीन से जुड़े मामले में भी हो सकती है. ईडी ने जालसाजी कर जमीन की खरीद-बिक्री के मामले में राजस्व कर्मचारी भानु प्रताप प्रसाद से पूछताछ के लिए कोर्ट से अनुमति मांगी है.

ईडी की टीम ने न्यायालय से अनुमति मिलने के बाद गुरुवार को बिरसा मुंडा जेल में प्रेम प्रकाश व छविरंजन से पूछताछ की. साथ ही पूछताछ के लिए विष्णु अग्रवाल को अपने साथ ले गयी. उनसे रात में पूछताछ होगी. चेशायर होम रोड स्थित जमीन की खरीद बिक्री के मामले में प्रेम प्रकाश ने अपनी संलिप्तता से इनकार किया. पुनीत भार्गव से भी सिर्फ जान पहचान की बात स्वीकार की. विष्णु अग्रवाल के साथ हुई जमीन की बिक्री मामले से उसने खुद को अलग बताया.

हालांकि इस डील के एवज में मिले पैसे से जुड़े सवाल पूछे जाने पर पीपी ने पहले चुप्पी साध ली. थोड़ी देर चुप रहने के बाद पैसे मिलने के अलग-अलग कारण बताये. इडी के अधिकारियों ने पूर्व डीसी छविरंजन से सेना के लिए अधिगृहित जमीन की खरीद बिक्री से जुड़े सवाल पूछे. छविरंजन ने इस मामले में खुद को बेकसूर बताया. वहीं उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा सिरमटोली की जमीन को अधिग्रहित कर मुआवजा बांटे जाने की जानकारी से जुड़े सवाल पर कहा कि इससे जुड़ी फाइल देखने के बाद ही इस मुद्दे पर अपना पक्ष रखने की बात कही.

नामकुम स्थित जमीन की खरीद बिक्री के मामले में भी खुद को निर्दोष बताया. इस मामले में गठित एसआइटी की रिपोर्ट की समीक्षा नहीं करने से जुड़े सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि सचिवालय स्तर पर गठित समिति की रिपोर्ट की समीक्षा करने का अधिकार उपायुक्त को नहीं है. इस कारण उन्होंने रिपोर्ट की समीक्षा नहीं की. विष्णु अग्रवाल के साथ सरकारी दस्तावेज साझा करने की घटना से भी इनकार किया. विष्णु अग्रवाल को दस्तावेज कहां से और कैसे मिले. यह बताने में भी असमर्थता जतायी.

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