रांची. श्रीराम जानकी तपोवन मंदिर के पुनर्निर्माण कार्य का शिलान्यास सोमवार को मंदिर परिसर में किया गया. इस मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एवं सुबोधकांत सहाय मुख्य जजमान के रूप में उपस्थित थे. थे. उन्होंने विधि-विधान के साथ शिलान्यास पूजा में हिस्सा लिया. मुख्यमंत्री ने राज्य में सुख, शांति व समृद्धि के लिए प्रार्थना की. मंदिर कमेटी और श्रद्धालु्ओं को मंदिर निर्माण के लिए शुभकामनाएं भी दीं. उन्होंने कहा कि यहां भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है. मंदिर निर्माण समय पर पूरा हो, ऐसी कामना करते हैं.
अयोध्या सहित अन्य प्रदेश से पहुंचे महंत और साधु संत
मंदिर की शिलान्यास पूजा में अयोध्या के कनक भवन लाल साहब दरबार के महंत राम नरेश, हनुमान गढ़ी दीनोद हरियाणा के मंहत रामाश्रय शरण, रामकमल दास धुनी वाले महाराज, हिमाचल प्रदेश ठाकुरद्वारा के रामनारायण दास, अयोध्या के सच्चिदानंद दास, राम जानकी तपोवन मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष व महंत ओम प्रकाश शरण, मंदिर कमेटी के सदस्य अयोध्या दास, रामविलास, पुजारी गोपाल व सुनील, मंदिर कमेटी के संरक्षक सदस्य रमेश धरणीधरका, ज्योति बजाज, प्रणय कुमार और कार्यकारिणी सदस्य अमित बजाज, मुदित धरणीधरका, शिरीष अग्रवाल और अजय गोयल सहित अन्य लोग उपस्थित थे. इस अवसर पर श्री राम प्राकट्योत्सव के उपलक्ष्य में छठी एवं भंडारे का भी आयोजन हुआ. दोपहर 2:30 बजे भोग आरती हुई. शाम 7:30 बजे भी आरती का आयोजन हुआ.
राजस्थान के पत्थरों का होगा इस्तेमाल
नये मंदिर के निर्माण में राजस्थान के सफेद पत्थरों का इस्तेमाल किया जायेगा. अयोध्या में निर्मित राम मंदिर की तर्ज पर बननेवाला यह मंदिर काफी भव्य होगा. इसके इंजीनियर भी अयोध्या राम मंदिर बनानेवाले आशीष सोनपुरा हैं. इस मंदिर की वास्तुकला मन मोहनेवाली होगी. साथ ही जिस तकनीक से यह मंदिर बन रहा है, वह भी काफी अनूठी होगी. कहा जा रहा है कि इस मंदिर में भी छड़ और सीमेंट का प्रयोग नहीं किया जायेगा. इससे मंदिर काफी लंबे अरसे तक टिका रहेगा.
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