खलारी. खलारी के बाजारटांड़ निवासी एक नाबालिग किशोरी को चाइल्ड प्रोटेक्शन प्रतिनिधि मुन्नु शर्मा के प्रयास से पटना जंक्शन से सुरक्षित रेस्क्यू किया गया. मुन्नु शर्मा जिला विधिक सेवा प्राधिकार के पीएलवी भी हैं. मालूम हो कि किशोरी लापता हो गयी थी. स्वजनों द्वारा काफी खोजबीन के बावजूद जब किशोरी का पता नहीं चला, तब उन्होंने मामले की जानकारी डालसा के प्रतिनिधि मुन्नु शर्मा को दी. स्वजनों से मिली सूचना के अनुसार किशोरी पहले गया में देखी गयी थी, लेकिन वहां से वह ट्रेन पकड़ कर दानापुर होते हुए पटना जंक्शन पहुंच गयी. इस सूचना पर तत्काल कार्रवाई करते हुए मुन्नु शर्मा ने रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) दानापुर को सूचित किया और पटना जंक्शन सिक्योरिटी कंट्रोल से समन्वय स्थापित किया. सुरक्षा बल की मदद से किशोरी को पटना जंक्शन के प्लेटफार्म संख्या 10 से सत्यापन के उपरांत रेस्क्यू कर लिया गया. किशोरी के परिवारवालों को इसकी सूचना दे दी गयी है और वे खलारी से पटना के लिए रवाना हो चुके हैं. किशोरी के खलारी से गया और फिर पटना पहुंचने के पीछे के कारणों की अब तक जानकारी नहीं मिल सकी है. परिवार ने किशोरी की सकुशल वापसी के लिए डालसा रांची और विशेष रूप से पीएलवी मुन्नु शर्मा के प्रति आभार जताया है. ज्ञात हो कि मुन्नु शर्मा अब तक सैकड़ों बच्चों को रेस्क्यू कर सुरक्षित आश्रय स्थलों तक पहुंचा चुके हैं और कई को उनके परिवारों से पुनः मिलवा चुके हैं. मुन्नु शर्मा ने बताया कि डालसा रांची के तत्वावधान में लगातार लीगल अवेयरनेस प्रोग्राम के माध्यम से बच्चों की तस्करी, दुर्व्यापार, बहकावे और शोषण से बचाने हेतु चाइल्ड प्रोटेक्शन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है.
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