विधानसभा अध्यक्ष रबींद्र नाथ महतो ने सरकार के विभागों के आला अधिकारियों को मॉनसून सत्र को लेकर कई दिशा-निर्देश दिये. सदन में पूछे जाने वाले सवालों को लेकर विभागीय अधिकारियों को गंभीर रहने को कहा है. स्पीकर ने विभागीय अधिकारियों से कहा कि सत्र के दौरान आला अधिकारी अपनी दीर्घा में मौजूद रहें. बुधवार को स्पीकर श्री महतो ने विभिन्न विभागों के आला अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में संसदीय कार्य मंत्री राधाकृष्ण किशोर भी मौजूद थे.
प्रश्नों के जवाब में सवाल की सार्थकता पूरी हो
स्पीकर ने बैठक में पदाधिकारियों से कहा कि इस बात का पूरा ख्याल रखेंगे कि प्रश्नों के जवाब में सवाल की सार्थकता पूरी हो. जिस दृष्टिकोण से प्रश्न पूछे गये हैं, उत्तर से सदन संतुष्ट हो पाये. स्पीकर ने कहा कि मंत्री के आश्वासन के प्रति भी अधिकारी गंभीर रहें. सदन की गरिमा बरकरार रहनी चाहिए. श्री महतो ने कहा कि जिन विभागों का विधेयक सदन में आना है, वह समय से विधायकों को उपलब्ध हो जाये. ताकि, विधायकों को विधेयकों के अध्ययन करने का समय मिल सके.
विषयों की तैयारी पदाधिकारी पहले से करके रखें
संसदीय कार्यमंत्री श्री किशोर ने वरीय पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि वैसे विषयों पर जिनके उत्तर सरकार को देने हैं, उन विषयों की तैयारी पदाधिकारी पहले से करके रखें. चार अगस्त को पहला अनुपूरक बजट सदन के पटल में आयेगा. वित्त विभाग के पदाधिकारी अपने डयूटी रोस्टर के अनुसार सदन में उपस्थित रहें. बैठक में मुख्य सचिव अलका तिवारी, डीजीपी अनुराग गुप्ता, प्रधान सचिव वंदना दादेल, आइजी मुख्यालय सुदर्शन प्रसाद मंडल, पीआरडी सचिव पूजा सिंघल, विशेष सचिव अमित कुमार, नगर निगम के आयुक्त सुशांत गौरव, रांची के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री, एसएसपी चंदन सिन्हा, विस के प्रभारी सचिव माणिक लाल हेंब्रम आदि मौजूद थे.
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