रांची. हिंदपीढ़ी स्थित नौजवान इमामबाड़ा सहित शहर के तमाम कर्बला, इमामबाड़ों और मुस्लिम बहुल इलाकों में बुधवार को हुसैनी निशान खड़े किये गये. फातिहा अदा की गयी और खिचड़ा, सिरनी व अन्य पकवानों का वितरण कर दुआ मांगी गयी. शमश नौजवान कमेटी के संरक्षक और पठान तंजीम के अध्यक्ष अय्यूब राजा खान ने कहा कि यहां अखाड़ों की असली खूबसूरती आपसी भाइचारे में है. एक ओर बजरंगबली का निशान और ठीक बगल में मुहर्रम का निशान है. यह राजनीतिक नहीं, बल्कि सामाजिक भाइचारे की मिसाल है. यहां हिंदू-मुस्लिम मिलकर चढ़ावा चढ़ाते हैं. इमामबाड़े सिर्फ धार्मिक नहीं, आस्था और एकता के प्रतीक हैं. कार्यक्रम के दौरान खलीफा परवेज उर्फ पप्पू के नेतृत्व में देश और समाज की खुशहाली, अमन-चैन और भाइचारे के लिए विशेष दुआ की गयी. शस्त्र का प्रदर्शन किया गया. मौके पर हाजी गुलाम रब्बानी, हमीद खान, अध्यक्ष मुस्तफा, जिशान, आजाद, नौशाद राजू, शाहबाज, हबीब, फैज, आकिब, आफताब, रौनक, गुड्डू, कलीम, मोना, सन्नी, अजहर, अरबाज, राजेंद्र, छोटू, अरुण, प्रदीप, साजिद मौजूद थे.
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