खूंटी एक आकर्षक उदाहरण- पीएम मोदी
पीएम ने बताया कि खूंटी में लोगों ने पानी के संकट बचने के लिए बोरी बांधकर रास्ता निकाला. बोरी बांधकर पानी इकट्ठा होने के कारण यहां साफ सब्जियों की पैदावार भी हो रही है. इससे यहां के लोगों की आमदनी भी बढ़ने लगी और लोगों की जरूरतें भी पूरी होने लगी. पीएम ने कहा ‘जनभागीदारी का कोई भी प्रयास कैसे जनबदलावों को साथ लेकर आता है. खूंटी इसका एक आकर्षक उदाहरण बन गया है.’ उन्होंने यहां के लोगों को इस प्रयास के लिए बहुत-बहुत बधाई दी है.
जलसंकट से बचने के लिए ग्रामीणों ने किया प्रयास
मालूम हो कि झारखंड के कई जगहों में गर्मी के मौसम में पानी की घोर किल्लत हो जाती है. ऐसे में ग्रामीण लंबी दूरी तय कर नदी नाले से पानी लाते हैं और अपनी प्यास बुझाते हैं. खूंटी के कई गांवों में भी पानी की यही स्थिति होती है. जलसंकट की इसी स्थिति से बचने के लिए खूंटी में ग्रामीणों ने बोरी का सहारा लेकर चेक डैम बनाया है. चेक डैम के पानी से ग्रामीण सिंचाई आदि का काम भी कर रहे हैं. जिससे सब्जियों की अच्छी पैदावार हो जाती है. इस पानी का उपयोग अन्य कई कामों में भी जा रहा है.
इससे पहले दुमका के संजय कच्छप की हुई थी चर्चा
इससे पहले मन की बात के 100वें एपीसोड में पीएम मोदी ने दुमका के लाइब्रेरीमेन संजय कच्छप की चर्चा की थी. संजय कच्छप झारखंड प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं और दुमका में कृषि उत्पादन बाजार समिति के पणन सचिव के तौर पर सेवा दे चुके हैं.
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ने भी सराहा