खलारी. खलारी बाजारटांड़ व मोहननगर में शुक्रवार को नशा मुक्ति अभियान के तहत एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस अभियान का नेतृत्व पुलिस उपाधीक्षक खलारी रामनारायण चौधरी ने किया. कार्यक्रम में स्थानीय नागरिकों, युवाओं, महिलाओं और स्कूली छात्रों की भागीदारी देखी गयी. डीएसपी आरएन चौधरी ने मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि नशा हमारे शरीर, मानसिकता और सामाजिक जीवन के लिए एक गंभीर खतरा है. उन्होंने नशे के दुष्परिणामों पर विस्तार से प्रकाश डाला और बताया कि नशे की लत न केवल व्यक्ति के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाती है, बल्कि पारिवारिक और सामाजिक जीवन को भी तहस-नहस कर देती है. नशे के दुष्प्रभाव पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शराब का अत्यधिक सेवन यकृत (लीवर) को नुकसान पहुंचाता है और सिरोसिस जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है. धूम्रपान से फेफड़ों की कार्यक्षमता प्रभावित होती है, जिससे अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और फेफड़ों के कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. गर्भावस्था के दौरान नशे का सेवन भ्रूण को गंभीर रूप से प्रभावित करता है और इससे जन्मजात विकार उत्पन्न हो सकते हैं. डीएसपी चौधरी ने युवाओं से खास तौर पर अपील की कि वे किसी भी प्रकार के नशे से दूरी बनाये रखें और अपने परिवार, समाज और राष्ट्र के विकास में सकारात्मक भूमिका निभायें. उन्होंने यह भी कहा कि यदि कोई व्यक्ति नशे की गिरफ्त में है, तो वह नशा मुक्ति केंद्र या चिकित्सीय परामर्श लेकर इससे बाहर निकल सकता है. स्थानीय लोगों ने इस अभियान को सराहा और कहा कि इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम गांवों और कस्बों में समय-समय पर आयोजित होने चाहिए ताकि समाज को नशे जैसी बुराई से बचाया जा सके. डीएसपी ने अंत में यह संदेश दिया कि ‘नशा एक विनाश है, इससे बचाव ही जीवन की दिशा है’.उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन की ओर से नशा उन्मूलन के लिए आगे भी जागरूकता कार्यक्रम जारी रहेंगे.
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