रांची. राज्य में जब तक संस्थानों को मजबूत नहीं किया जायेगा, तब तक स्वास्थ्य व्यवस्था सुदृढ़ नहीं हो सकती. सरकार की प्राथमिकता है कि स्वास्थ्य विभाग को एक मजबूत और आत्मनिर्भर संस्थान के रूप में राज्य के अंतिम व्यक्ति को भी स्वास्थ्य सेवा दे. इसे इसी रूप में विकसित किया जाये. उक्त बातें डॉ इरफान अंसारी ने कही. वे नामकुम स्थित आइपीएच सभागार में कायाकल्प, एनक्वास, लक्ष्य और मुस्कान जैसी विभिन्न श्रेणियों में राज्य के अस्पतालों को पुरस्कृत करने के लिए आयोजित सम्मान समारोह में बोल रहे थे. इस दौरान उन्होंने रांची सदर अस्पताल को आयुष्मान का लाभ देने में देश भर में पहला स्थान पाने और कायाकल्प पुरस्कार हासिल करने पर बधाई दी. इको-फ्रेंडली जिला अस्पताल की श्रेणी में भी रांची सदर को प्रथम पुरस्कार मिला और ₹10 लाख का चेक अलग से प्रदान किया गया. इस दौरान अन्य श्रेणियों में 744 स्वास्थ्य संस्थानों को भी सम्मानित किया गया. उन्होंने हर जिला अस्पताल को चार-चार नयी एंबुलेंस उपलब्ध कराने की बात कही. राज्य के दुर्गम और पहाड़ी इलाकों में मरीजों को लाने के लिए गांव स्तर पर 15,000 स्ट्रेचर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. इस अवसर पर खिजरी विधायक राजेश कच्छप ने डॉक्टरों और कर्मियों के मनोबल को बढ़ाने की आवश्यकता बतायी और अनुबंध कर्मियों की गृह जिला पोस्टिंग का मुद्दा उठाया. अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह, एनएचएम के अभियान निदेशक शशि प्रकाश झा, मेडिकल कॉरपोरेशन के एमडी अबु इमरान, निदेशक प्रमुख स्वास्थ्य सेवाएं डॉ सिद्धार्थ सान्याल सहित बड़ी संख्या में अधिकारी, विजेता प्रतिभागी और स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित रहे.
संबंधित खबर
और खबरें