रांची : पुलिस को पहले से थी सूचना फिर भी कोयला कारोबारी पर दिनदहाड़े हो गयी फायरिंग

गैंगस्टर अमन साव ने चतरा जिले के टंडवा थाना में 20 मई 2023 को पहली बार रिमांड पर पूछताछ के दौरान स्वीकारोक्ति बयान में बताया था कि कोयला कारोबारी रंजीत उर्फ छोटू गुप्ता उसके गिरोह के निशाने पर हैं. जानें पूरी कहानी...

By Prabhat Khabar News Desk | July 9, 2023 8:11 AM
an image

रांची. कोयला कारोबारी और ट्रांसपोर्टर रंजीत कुमार गुप्ता उर्फ छोटू गुप्ता पर फायरिंग के बाद रांची पुलिस अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर मशक्कत कर रही है. जबकि, गैंगस्टर अमन साव ने चतरा जिले के टंडवा थाना में 20 मई 2023 को पहली बार रिमांड पर पूछताछ के दौरान स्वीकारोक्ति बयान में बताया था कि कोयला कारोबारी रंजीत उर्फ छोटू गुप्ता उसके गिरोह के निशाने पर हैं. दूसरी बार उसने 31 मई को लातेहार जिले की बालूमाथ थाना की पुलिस की रिमांड पर पूछताछ के दौरान भी बताया था कि रंजीत गुप्ता गिरोह के निशाने पर हैं. क्योंकि इस खुलासे से पहले ही अमन साव गिरोह ने रंजीत से रंगदारी मांगी थी. बावजूद इसके पुलिस ने समय रहते एहतियाती कदम नहीं उठाये. वहीं, सात जुलाई 2023 को पुराना अरगोड़ा चौक के पास अपराधी दिनदहाड़े रंजीत गुप्ता को गोली मारकर भाग निकले.

अमन साव गिरोह के मयंक ने ली जिम्मेदारी

रंजीत गुप्ता पर फायरिंग को लेकर अमन साव गिरोह का छद्मनामी सदस्य मयंक सिंह (वास्तविक नाम शेखर सिंह) ने घटना की जिम्मेदारी ली है. उसने अपने फेसबुक वॉल पर लिखा है : मैंने पहले भी कहा था और अब भी कह रहा हूं कि जहां तक मेरा कॉल जाता है, वहां तक मेरी गोली भी. चाहे वह कितना भी पावरफुल हो. जिन्हें मेरा कॉल गया है, उन्हें देर-सबेर मेरी गोली भी मिलेगी. रंजीत उर्फ छोटू गुप्ता को ईश्वर ने बचा लिया. अब नयी जिंदगी मिली है, तो उसे चेतावनी है कि जुबान पर लगाम रखे. बॉस या मेरे बारे में भी अनर्गल बयानबाजी नहीं करे. वरना रांची ही, नहीं लंदन भी रहेगा, तो ठोक दूंगा. मयंक सिंह ने आगे लिखा है : जो बॉडीगार्ड रखने या अपने स्टेटस सिंबल के लिए मेरे नाम पर फर्जी केस कराते हैं. जो लोग अपनी पहुंच का धौंस दिखते हैं, वे अब गाड़ी में एक ऑक्सीजन सिलिंडर और डॉक्टर भी लेकर चलें. जिन्होंने गिरोह को ठेस पहुंचायी, वे माफी मांगें और बॉडीगार्ड वापस करें. इसके बाद अपना काम चैन से करें. मुझसे जो जितनी मेहनत करायेगा, उसको उतनी तकलीफ होगी.

अमन साव गिरोह के निशाने पर हैं ये लोग

लातेहार जिला के बालूमाथ निवासी राजेंद्र साव, लातेहार निवासी विकास कुमार तिवारी, खलारी निवासी अब्दुल अंसारी, अंबे कंपनी के डॉयरेक्टर सुमति चटर्जी, भोला पांडेय गिरोह का विकास तिवारी, बालूमाथ निवासी मनोज यादव, आरकेटीसी कंपनी के मालिक और अधिकारी और रित्विक कंपनी के मालिक व अधिकारी.

Also Read: 25 फीसदी कम होगा वंदे भारत ट्रेन का किराया, पटना-रांची को नहीं मिलेगा छूट का लाभ, जानें कारण

कारोबारी पर फायरिंग मामले में प्राथमिकी दर्ज

कोयला कारोबारी सह ट्रांसपोर्टर रंजीत गुप्ता उर्फ छोटे गुप्ता उर्फ छोटू गुप्ता पर शुक्रवार को हुई फायरिंग को लेकर पत्नी मंजू गुप्ता की शिकायत पर अज्ञात अपराधियों के खिलाफ अरगोड़ा थाना में केस दर्ज किया गया है. मंजू गुप्ता ने पुलिस को जानकारी दी है कि घटना से पहले बाइक सवार दो अपराधियों में एक ने उन पर गोली चलायी थी. वह ऑफिस से आने वाले थे. अपराधियों ने दो गोली फायर किया था. इसमें एक गोली उन्हें लग गयी. पुलिस द्वारा घटना से पहले उन्हें रंगदारी के लिए फोन आने के बाबत पूछे जाने पर उनकी पत्नी ने इनकार किया़ हालांकि पुलिस को अनुसंधान में कुछ लोगों से जानकारी मिली है कि जो लोग लातेहार में कोयला साइडिंग या ट्रांसपोर्टिंग के काम से जुड़े हैं, उनसे लगातार अमन साहु गिरोह द्वारा रंगदारी मांगी जा रही है. करीब 15 दिन पहले भी रंजीत गुप्ता को रंगदारी के लिए फोन किया गया था. इसलिए पुलिस को आशंका है कि घटना के पीछे अमन साहु गिरोह का हाथ हो सकता है. पुलिस को इससे संबंधित कुछ तथ्य भी मिले हैं.

रिंग रोड होते हुए भाग निकले अपराधी

एसआइटी ने फायरिंग में शामिल अपराधियों के बारे में सुराग तलाशने के लिए घटनास्थल से लेकर नया सराय होते हुए रिंग रोड तक जानेवाले मार्ग में सीसीटीवी फुटेज चेक किया. फुटेज चेक करने पर अपराधी रिंग रोड तक ट्रेस किये गये हैं. लेकिन इसके बाद कहां फरार हो गये, इसकी जानकारी नहीं मिली है. पुलिस की मानें, तो अपराधियों के बारे में कुछ सुराग मिले हैं, जिसके बाद छापेमारी तेज कर दी गयी है. पुलिस की अलग-अलग टीम को विभिन्न स्थानों पर छापेमारी के लिए भेजा गया है. घटना में प्रयुक्त बाइक चोरी की है या नंबर प्लेट बदला हुआ है, इसके बारे में पुलिस जांच कर रही है.

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें
होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version