रांंची. चितरपुर (रामगढ़) के नागेंद्र प्रसाद वर्मा के पुत्र सत्यम का चयन यूरोप के प्रतिष्ठित मैरी स्कोलोडोव्स्का-क्यूरी एक्शन्स (एमएससीए) से पीएचडी फेलोशिप के लिए किया गया है. उन्हें पूरे विश्व में पांचवां स्थान मिला है. भारत से इस फेलोशिप के लिए दो विद्यार्थियों का चयन हुआ है. इसमें सत्यम झारखंड के पहले छात्र हैं.
शोध करने का मौका मिलेगा
सत्यम चितरपुर के लहेरी टोला के रहनेवाले हैं. इस फेलोशिप से सत्यम को इटली की यूनिवर्सिटी ऑफ नेपल्स में सस्टेनेबल रियल एस्टेट फाइनेंस में शोध करने का मौका मिलेगा. साथ ही दुनिया के शीर्ष विवि जैसे इटीएच स्विट्जरलैंड यूनिवर्सिटी, कॉलेज लंदन और प्रतिष्ठित वित्तीय संस्थानों जैसे जेएलएल और राबो बैंक के साथ काम करने का अवसर प्राप्त होगा. पूरे विश्व में हजारों विद्यार्थियों ने इस फेलोशिप के लिए आवेदन भरा था. इसमें पूरे विश्व से मात्र 13 शोधकर्ताओं का चयन हुआ है, जिसमें सत्यम शामिल हैं. उन्होंने बताया कि यूरोपीय आयोग के साथ मिल कर 2050 तक यूरोपीय आवास क्षेत्र को प्रदूषण मुक्त और कार्बन न्यूट्रल बनाने के तरीकों पर शोध करने का अवसर मिलेगा.
कई बैंकिंग संस्थानों में कार्य करने का प्रस्ताव आया
उन्होंने बताया कि उनके पास कई बैंकिंग संस्थानों में कार्य करने का प्रस्ताव आया है. इससे पूर्व सत्यम ने जर्मनी के शीर्ष विवि टेक्निकल यूनिवर्सिटी ऑफ मुनीच से मास्टर किया है. आइआइइएसटी सिबपुर कोलकाता से इंजीनियरिंग एवं रजरप्पा के डीएवी पब्लिक स्कूल व सरस्वती विद्या मंदिर से प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की है.
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