रांची. अग्रसेन भवन में चल रहे श्री मद्भागवत कथा के चौथे दिन सोमवार को राम जन्म उत्सव पर प्रवचन हुआ. मुख्य यजमान लता देवी केडिया, ओम प्रकाश केडिया, निरंजन, अजय, संजय केडिया ने श्री मद्भागवत व ब्यास पूजन किया. कथा वाचक श्रीकांत शर्मा का मुख्य यजमान ने स्वागत किया. महाराज श्री ने कहा कि भक्त की रक्षा स्वयं भगवान करते हैं. रक्षक भगवान हो उसे कोई मार नहीं सकता. प्रभु का दास हो वह कभी हार नहीं सकता. राम जन्म उत्सव के अवसर पर कथा का व्याख्यान करते हुए कहा कि राम के लिए ब्रह्मा विद्यमान हैं. राम हमारे देश के वर्तमान आदर्श हैं. कथा काम, क्रोध, लोभ आदि विकारों को दूर करती है. काम मानव का शत्रु है, लेकिन वह मित्र के समान प्रतीत होता है. जब वह हटता है राम का प्रवेश होता है. श्रीमद्भागवत कथाओं के चतुर्थ दिवस की कथाओं पर प्रकाश डाला. कथा स्थल को बैलून, फूलों, हरि पत्तियों से सजाया गया. राजाबली की झांकी, बावनअवतार की झांकी के दर्शन लोगों ने किया. इसमें ओमप्रकाश केडिया, निरंजन केडिया, अजय केडिया, संजय केडिया, निर्मल बुधिया, प्रमोद सारस्वत, राजेश गोयल, सुरेंद्र अग्रवाल आदि मौजूद थे.
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