रांची. एचइसी में आउटसोर्सिंग एजेंसी का विरोध कर रहे सप्लाई कर्मियों का आंदोलन शनिवार को 26वें दिन भी जारी रहा. सप्लाई कर्मी नेहरू पार्क से जुलूस के रूप में एचइसी मुख्यालय पहुंचे और प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. सप्लाई कर्मियों ने निदेशक कार्मिक और निदेशक उत्पादन का पुतला दहन किया. इसके बाद सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि अगर एक सप्ताह में प्रबंधन समस्या का समाधान नहीं निकालता है, तो सप्लाई कर्मी आमरण अनशन एवं आत्मदाह जैसे कदम उठायेंगे.
प्रबंधन चाह रहा है कि आंदोलन भड़के
शारदा देवी ने कहा की निदेशक कार्मिक मनोज लकड़ा स्थानीय हैं. इसके बावजूद उनमें सप्लाई कर्मियों के प्रति कोई संवेदना नहीं है. सप्लाई कर्मियों के खिलाफ लगातार काम कर रहे हैं, जिससे कर्मियों को आक्रोश व्याप्त है. समिति के दिलीप सिंह ने कहा कि प्रबंधन गलतफहमी नहीं पाले. सप्लाई कर्मी 25 वर्षों से काम कर रहे हैं और भेल के निदेशक इनका गला घोंटना चाह रहे हैं. प्रबंधन चाह रहा है कि आंदोलन भड़के और उत्पादन का ठीकरा मजदूरों पर फोड़ दे. उन्होंने कहा कि समय रहते प्रबंधन चेत जाये, वरना आनेवाले समय उनके लिए परेशानी भरी रहेगी. मनोज पाठक ने कहा कि प्रबंधन जो सोच रहा है कि सप्लाई कामगार एचइसी के नहीं हैं, वह भूल है. प्रबंधन अपना पिंड छुड़ा कर आउटसोर्सिंग के हवाले करना चाहता है. उन्होंने सभी प्लांट, कार्यालय, मेंटेनेंस के कर्मचारियों को गोलबंद रहने का आह्वान किया. सभा को रंथू लोहरा, रोहित पांउेय, नईम अंसारी, वाइ त्रिपाठी, राजेश शर्मा, अशोक पांउेय, आजाद उवैस, मोईन अंसारी, प्रमोद कुमार ने भी संबोधित किया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है