झारखंड के कैंसर के मरीजों को बड़ी सहुलियत मिलने वाली है. उन्हें अब कैंसर के इलाज के लिए दिल्ली-मुंबई जैसे महानगरों का रुख करने की जरूरत नहीं होगी. कैंसर रोगियों को टीएमएच मुंबई के अलावा महानगरों के कैंसर अस्पताल में इलाज के लिए नहीं जाना होगा. वर्तमान में झारखंड के कैंसर रोगियों का इलाज रिम्स में होता है.
टाटा कैंसर हॉस्पिटल में 82 बेड
इस टाटा कैंसर हॉस्पिटल में ओपीडी का संचालन एक साल पहले से किया जा रहा है. 12 मई के बाद यहां इनडोर कैंसर पेशेंट का भी इलाज शुरू हो जाएगा. अस्पताल में फिलहाल 82 बेड हैं, जिनमें से 50 फीसदी यानि 41 बेड स्थानीय लोगों के लिए आरक्षित हैं. अस्पताल में 14 ऑपरेशन थिएटर और 28 बेड का आइसीयू भी होगा. इसके अलावा यहां आवासीय परिसर भी बनाया जायेगा.
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अस्पताल का निर्माण टाटा ट्रस्ट ने किया है. इस अस्पताल की खास बात ये है कि इसमें इलाज के साथ कैंसर पर रिसर्च भी होगा. अस्पताल को मुंबई के टाटा मेमोरियल सेंटर के समान विकसित किया जाना है. इस अस्पताल का शिलान्यास 10 अक्तूबर, 2018 में हुआ था. अब करीब तीन साल में यह अस्पताल सुचारु रूप से संचालित होने के लिए तैयार है.
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