रांची. शराब घोटाला केस में निलंबित आइएएस विनय चौबे की पत्नी स्वपना संचिता के खाते में हर माह एक लाख रुपये जमा होते थे. ये पैसे नेक्सजेन कंपनी के मालिक विनय सिंह की कंपनी के खाते से जमा होते थे. इसका भुगतान कंसल्टेंसी फी के रूप में वर्ष 2017 से लेकर 2023 के बीच किया गया, लेकिन इसके बाद भुगतान बंद हो गया. यह खुलासा एसीबी की आरंभिक जांच में हुआ है.
इडी की जांच में भी पैसा ट्रांसफर होने का हुआ खुलासा
इधर इडी की जांच में भी पैसा ट्रांसफर होने का खुलासा हुआ है. इडी ने पूर्व में छापेमारी के दौरान कई दस्तावेज बरामद किये थे. इसके अलावा बैंक खाते की जांच में भी इडी को उक्त तथ्य की जानकारी मिली है. पूर्व में जांच के दौरान विनय सिंह ने इडी को यह भी बताया था कि निलंबित आइएएस विनय चौबे की पत्नी उनके कारोबार को बढ़ाने में मदद करती थी. विनय चौबे के परिवार के साथ उनका पारिवारिक संबंध रहा था. मामले में कारोबारी विनय सिंह को पूछताछ के लिए एसीबी की ओर से दो बार पूछताछ के लिए नोटिस भेजा चुका है. लेकिन अभी तक वह एसीबी मुख्यालय के अधिकारियों के समक्ष उपस्थित नहीं हुए हैं. उनके प्रतिनिधियों द्वारा एसीबी के अधिकारियों को बताया गया कि विनय सिंह फिलहाल बीमार चल रहे हैं, इसलिए वह पूछताछ के लिए उपस्थित नहीं हो सकते हैं.
पीई दर्ज, विनय चौबे व उनके करीबियों की संपत्ति की होगी जांचरांची. शराब घोटाला केस में एसीबी ने मंगलवार को निलंबित आइएएस विनय चौबे और उनके करीबियों के खिलाफ पीई दर्ज कर लिया है. अब आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने से जुड़े बिंदुओं पर जांच की जायेगी. इस क्रम में एक चेक पीरियड निर्धारित किया जायेगा. इस दौरान कितने रुपये वैध तरीके से अर्जित और खर्च हुए, कितनी संपत्ति की खरीदारी हुई या निवेश किये गये, इन सबकी जांच की जायेगी.
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