खलारी. सीसीएल एनके एरिया अंतर्गत चूरी परियोजना की भूमिगत कोयला खदान का मुख्य रास्ता इन दिनों कीचड़ से भरा हुआ है, जिससे रोजाना खदानकर्मियों और कोयला कारोबार से जुड़े लोगों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. यह वही मुख्य मार्ग है, जो चूरी अंडरग्राउंड माइंस और कांटाघर तक जाता है, जहां रोड सेल के लिए कोयला ट्रकों का वजन किया जाता है. देश की सबसे पुरानी भूमिगत कोयला खदानों में शामिल चूरी माइंस सीसीएल का एकमात्र माइंस है, जहां कंटीन्यूअस माइनर मशीन के जरिए कोयले का उत्पादन किया जाता है. मजदूर नेता कुलदीप कुमार ने सीसीएल प्रबंधन से मांग की कि जल्द से जल्द इस रास्ते की मरम्मत कर इसे दुरुस्त किया जाये.
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