राज्य की लड़कियों की जिंदगी में फुटबॉल का खेल लेकर आया नया बदलाव
फुटबॉल केवल लड़कों का ही खेल है इस विचार को बेटियों ने तोड़ा
फुटबॉल में झारखंड की बेटियों का जलवा, गांवों से लेकर नेशनल तक का सफर
पंजाब, तेलंगाना और बंगाल में शानदार प्रदर्शन कर बढ़ाया राज्य का मान
400 सखी-सहेली क्लब से तैयार हो रही नयी पीढ़ी
बेटियों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से आशा संस्था की ओर से झारखंड के विभिन्न जिलों जैसे, रांची, खूंटी, गुमला आदि में 400 सखी सहेली क्लब संचालित किये जा रहे हैं. प्रत्येक केंद्र में 20 बालिकाएं प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं, जो फुटबॉल के माध्यम से आत्मनिर्भरता और नेतृत्व क्षमता विकसित कर रही हैं. झारखंड की बेटियों का राष्ट्रीय स्तर पर शानदार प्रदर्शन
अंडर-17 टीम ने जीता उपविजेता का खिताब
झारखंड की अंडर-17 जूनियर बालिका टीम ने अनंतपुर, तेलंगाना में आयोजित नेशनल जूनियर गर्ल्स फुटबॉल चैंपियनशिप 2024-25 में उपविजेता का स्थान प्राप्त किया. इस टीम ने तीन अगस्त 2024 में बिहार को 3-0, पांच अगस्त को हिमाचल प्रदेश को 25-0 और सात अगस्त को आंध्र प्रदेश को 3-0 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया. 10 अगस्त को तमिलनाडु को 1-0 से हराकर फाइनल में पहुंची, जहां 20 अगस्त को मणिपुर से 2-0 से हारकर टीम को उपविजेता का स्थान मिला. गांव की बेटियां बन रही हैं रोल मॉडल
इन बेटियों की सफलता ने गांव की अन्य बच्चियों को भी प्रेरित किया है. कुछ प्रमुख नाम इस प्रकार हैं :
बिरसमुनी धनवार :
वर्ष 2011 में हॉस्टल से करियर की शुरुआत, बाद में कोच बनीं. अंडर-14 टीम की कोचिंग कर चुकी हैं. पहले पंचायत और जिला स्तर के टूर्नामेंट में भाग लिया और धीरे-धीरे अपने खेल में निखार लाया. छत्तीसगढ़ में अंडर-17 चैंपियनशिप और फिर छत्तीसगढ़ व असम में दो बार अंडर-19 वर्ग में झारखंड का प्रतिनिधित्व किया. अपने फुटबॉल टीम को झारखंड स्तर की सुब्रतो कप प्रतियोगिता में जीत दिलायी. वर्ष 2024 में कोच की भूमिका में हॉस्टल व स्थानीय स्कूलों में बच्चों को प्रशिक्षण देना शुरू किया. सीमा खलखो :
अन्नू कुमारी :
आर्थिक चुनौतियों के बावजूद राष्ट्रीय स्कूल गेम्स में राज्य को फाइनल में जीत दिलाने में अहम भूमिका निभायी. रांची जिले के किरका गांव की अन्नू कुमारी ने आर्थिक चुनौतियों के बावजूद अपने सपनों को साकार किया. 68वें नेशनल स्कूल गेम्स 2024-25 के लिए जम्मू-कश्मीर में झारखंड की अंडर-17 गर्ल्स फुटबॉल टीम में चुनी गयी. अन्नू ने फाइनल में हरियाणा के खिलाफ 1-0 से जीत में अहम भूमिका निभायी. जीत के बाद राज्य के मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री से सम्मान मिला. सुनीता कच्छप :
सुगंती धनवार :
खूंटी जिले के बंजरी गांव की सुगंती धनवार ने अपनी बड़ी बहन बिरसमुनी से प्रेरणा लेकर फुटबॉल को अपना लक्ष्य बनाते हुए लगातार अभ्यास किया. अपने टीम की प्रमुख सदस्य के रूप में कई जिला और स्थानीय टूर्नामेंटों में भाग लिया. वर्ष 2024 में उन्होंने तेलंगाना में आयोजित अंडर-17 गर्ल्स फुटबॉल टूर्नामेंट में झारखंड का प्रतिनिधित्व किया और फाइनल तक पहुंची. सुब्रतो कप में भी शानदार प्रदर्शन किया. निधि टोप्पो :
सबिता कुमारी :
खूंटी की सबिता ने अपने सीनियर खिलाड़ियों से प्रेरित होकर उन्होंने नियमित प्रशिक्षण लिया. फुटबॉल टीम की अहम सदस्य बनीं. उन्होंने कई स्थानीयऔर जिला स्तर के टूर्नामेंटों में भाग लिया और सुब्रतो कप में भी अपनी प्रतिभा दिखायी. वर्ष 2024 में उन्हें पंजाब में आयोजित अंडर-17 खेलो इंडिया टूर्नामेंट के लिए झारखंड टीम में चुना गया. गीता अंजलि कुमारी :
रिया कुमारी :
रांची जिले के नगड़ी गांव की 15 वर्षीय रिया कुमारी ने दो साल पहले फुटबॉल खेलना शुरू किया और अपनी मेहनत से जल्दी ही पहचान बनायी. स्थानीय टूर्नामेंटों में भाग लिया. वर्ष 2024 में उन्होंने झारखंड अंडर-17 गर्ल्स फुटबॉल टीम के लिए हजारीबाग में ट्रायल दिया और 15 दिवसीय ट्रेनिंग कैंप में जगह बनायी. आंध्र प्रदेश में होने वाले टूर्नामेंट की तैयारी में पूरे समर्पण से भाग लिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
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400 सखी-सहेली क्लब से तैयार हो रही नयी पीढ़ी
बेटियों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से आशा संस्था की ओर से झारखंड के विभिन्न जिलों जैसे, रांची, खूंटी, गुमला आदि में 400 सखी सहेली क्लब संचालित किये जा रहे हैं. प्रत्येक केंद्र में 20 बालिकाएं प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं, जो फुटबॉल के माध्यम से आत्मनिर्भरता और नेतृत्व क्षमता विकसित कर रही हैं.झारखंड की बेटियों का राष्ट्रीय स्तर पर शानदार प्रदर्शन
अंडर-17 टीम ने जीता उपविजेता का खिताब
झारखंड की अंडर-17 जूनियर बालिका टीम ने अनंतपुर, तेलंगाना में आयोजित नेशनल जूनियर गर्ल्स फुटबॉल चैंपियनशिप 2024-25 में उपविजेता का स्थान प्राप्त किया. इस टीम ने तीन अगस्त 2024 में बिहार को 3-0, पांच अगस्त को हिमाचल प्रदेश को 25-0 और सात अगस्त को आंध्र प्रदेश को 3-0 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया. 10 अगस्त को तमिलनाडु को 1-0 से हराकर फाइनल में पहुंची, जहां 20 अगस्त को मणिपुर से 2-0 से हारकर टीम को उपविजेता का स्थान मिला.गांव की बेटियां बन रही हैं रोल मॉडल
इन बेटियों की सफलता ने गांव की अन्य बच्चियों को भी प्रेरित किया है. कुछ प्रमुख नाम इस प्रकार हैं :
बिरसमुनी धनवार :
वर्ष 2011 में हॉस्टल से करियर की शुरुआत, बाद में कोच बनीं. अंडर-14 टीम की कोचिंग कर चुकी हैं. पहले पंचायत और जिला स्तर के टूर्नामेंट में भाग लिया और धीरे-धीरे अपने खेल में निखार लाया. छत्तीसगढ़ में अंडर-17 चैंपियनशिप और फिर छत्तीसगढ़ व असम में दो बार अंडर-19 वर्ग में झारखंड का प्रतिनिधित्व किया. अपने फुटबॉल टीम को झारखंड स्तर की सुब्रतो कप प्रतियोगिता में जीत दिलायी. वर्ष 2024 में कोच की भूमिका में हॉस्टल व स्थानीय स्कूलों में बच्चों को प्रशिक्षण देना शुरू किया.सीमा खलखो :
अन्नू कुमारी :
आर्थिक चुनौतियों के बावजूद राष्ट्रीय स्कूल गेम्स में राज्य को फाइनल में जीत दिलाने में अहम भूमिका निभायी. रांची जिले के किरका गांव की अन्नू कुमारी ने आर्थिक चुनौतियों के बावजूद अपने सपनों को साकार किया. 68वें नेशनल स्कूल गेम्स 2024-25 के लिए जम्मू-कश्मीर में झारखंड की अंडर-17 गर्ल्स फुटबॉल टीम में चुनी गयी. अन्नू ने फाइनल में हरियाणा के खिलाफ 1-0 से जीत में अहम भूमिका निभायी. जीत के बाद राज्य के मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री से सम्मान मिला.सुनीता कच्छप :
सुगंती धनवार :
खूंटी जिले के बंजरी गांव की सुगंती धनवार ने अपनी बड़ी बहन बिरसमुनी से प्रेरणा लेकर फुटबॉल को अपना लक्ष्य बनाते हुए लगातार अभ्यास किया. अपने टीम की प्रमुख सदस्य के रूप में कई जिला और स्थानीय टूर्नामेंटों में भाग लिया. वर्ष 2024 में उन्होंने तेलंगाना में आयोजित अंडर-17 गर्ल्स फुटबॉल टूर्नामेंट में झारखंड का प्रतिनिधित्व किया और फाइनल तक पहुंची. सुब्रतो कप में भी शानदार प्रदर्शन किया.निधि टोप्पो :
सबिता कुमारी :
खूंटी की सबिता ने अपने सीनियर खिलाड़ियों से प्रेरित होकर उन्होंने नियमित प्रशिक्षण लिया. फुटबॉल टीम की अहम सदस्य बनीं. उन्होंने कई स्थानीयऔर जिला स्तर के टूर्नामेंटों में भाग लिया और सुब्रतो कप में भी अपनी प्रतिभा दिखायी. वर्ष 2024 में उन्हें पंजाब में आयोजित अंडर-17 खेलो इंडिया टूर्नामेंट के लिए झारखंड टीम में चुना गया.गीता अंजलि कुमारी :
रिया कुमारी :
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