
रांची. बंग समुदाय का लोकप्रिय पर्व जमाई षष्ठी रविवार को है. यह पर्व जेठ माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है. पर्व को लेकर सुबह से ही मंदिरों में बंग समुदाय के लोग पूजा के लिये जुटेंगे. मंदिर में पूजा के बाद घरों में जमाई की पूजा होगी. सास-बेटी समेत अपने जमाइयों का सत्कार करेंगे. जमाई के माथे पर चंदन और दही का तिलक लगाया जायेगा. वहीं पूजन में अर्पित हल्दी और कच्चा सूत सास अपनी बेटियों व जमाई की कलाई में बांधेंगी. जमाइयों को उनकी पसंद का पकवान समेत छह प्रकार की मिठाई और छह प्रकार का फल परोसा जायेगा. इसमें मछली और संदेश भी होगा. जमाइयों द्वारा सास का आशीर्वाद लेने के बाद सास-जमाई के बीच उपहार के आदान-प्रदान का रिवाज भी है. इस पर्व को लेकर नवविवाहित बेटी-दामाद वाले परिवारों में खासा उत्साह है. ऐसे घरों में पर्व को धूमधाम से मनाने की तैयारी है.
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