Ranchi University में दीक्षांत समारोह के लिए आज से मिलेंगे अंग वस्त्र और गेट पास

समारोह में शामिल होने के लिए परिधान (ड्रेस कोड) निर्धारित किये गये हैं. छात्रों को सफेद कुर्ता और सफेद धोती/सफेद पायजामा पहनना होगा. छात्राओं को सफेद सलवार सूट लाल दुपट्टा के साथ या लाल पाड़ युक्त सफेद साड़ी तथा लाल ब्लाउज पहनना होगा.

By Prabhat Khabar News Desk | April 29, 2023 8:20 AM
an image

Ranchi University News: रांची विवि का 36वां दीक्षांत समारोह दो मई को होगा. इसे लेकर विद्यार्थियों के लिए अंग वस्त्र और गेट पास का वितरण 29 अप्रैल, शनिवार से मोरहाबादी स्थित केंद्रीय पुस्तकालय परिसर से किया जायेगा. विवि द्वारा जारी निर्देश के मुताबिक विद्यार्थी समारोह के लिए दिये गये आवेदन की प्राप्ति रसीद दिखाकर 29 व 30 अप्रैल को दिन के 10 बजे से अपराह्न चार बजे तक अंग वस्त्र व गेट पास प्राप्त कर सकते हैं.

विद्यार्थियों के लिए ड्रेस कोड है निर्धारित

समारोह में शामिल होने के लिए परिधान (ड्रेस कोड) निर्धारित किये गये हैं. छात्रों को सफेद कुर्ता और सफेद धोती/सफेद पायजामा पहनना होगा. छात्राओं को सफेद सलवार सूट लाल दुपट्टा के साथ या लाल पाड़ युक्त सफेद साड़ी तथा लाल ब्लाउज पहनना होगा. समारोह मोरहाबादी स्थित दीक्षांत मंडप में होगा. मुख्य अतिथि राज्यपाल सह कुलाधिपति सीपी राधाकृष्णन होंगे. इसके अलावा समारोह में सीएम हेमंत सोरेन के भी उपस्थित रहने की संभावना है.

एनयूएसआरएल का चौथा दीक्षांत समारोह आज

नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ स्टडी एंड रिसर्च इन लॉ (एनयूएसआरएल) रांची का चौथा दीक्षांत समारोह शनिवार (29 अप्रैल) को होगा. मुख्य अतिथि सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति जितेंद्र कुमार महेश्वरी और हाइकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश संजय कुमार मिश्र होंगे. इस दौरान यूजी सत्र 2017-2022, पीजी सत्र 2021-22 और पीएचडी के 160 से अधिक विद्यार्थियों के बीच डिग्री बांटी जायेगी. कार्यक्रम सुबह 09:45 बजे से शुरू होगा. इस दौरान बीए एलएलबी के 21 व एलएलएम के चार विद्यार्थियों के बीच गोल्ड मेडल बांटे जायेंगे. सत्र 2017-22 की बैच टॉपर शुभाशिनी कुमारी को बैच टॉपर के साथ-साथ आइपीआर, पब्लिक इंटरनेशनल लॉ सह प्राइवेट इंटरनेशनल लॉ और एडीआर, डीपीसी, प्रोफेशनल एथिक्स में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए चार मेडल से सम्मानित किया जायेगा. वहीं, एलएलएम बैच टॉपर रितिका कौशिक को दो गोल्ड मेडल से सम्मानित किया जायेगा.

Also Read: International Dance Day: झारखंड की 32 जनजातियां प्रकृति, पर्व और शौर्य के उल्लास को नृत्य से करती हैं बयां

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें
होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version