वाराणसी-रांची-कोलकाता एक्सप्रेसवे झारखंड के इन शहरों से गुजरेगी, जानें यहां क्यों नहीं शुरू हो पा रहा काम

वाराणसी-रांची-कोलकाता एक्सप्रेसवे की पूरी लंबाई 610 किमी होगी. यह पूरी सड़क 4 राज्यों से गुजरेगी. झारखड में 210 किमी लंबाई में यह सड़क बनेगी, लेकिन यहां अभी काम शुरू नहीं हो रहा है.

By Jaya Bharti | December 11, 2023 4:19 PM
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Jharkhand Road Projects: वाराणसी-रांची-कोलकाता ग्रीनफील्ड सिक्सलेन एक्सप्रेसवे का झारखंड में करीब 210 किमी में निर्माण होना है. वहीं बिहार में करीब 159 किमी लंबाई में सात पैकेज में निर्माण होना है. बिहार में नए साल तक निर्माण कार्य तेजी से शुरू होने की संभावना है, लेकिन झारखंड में प्रोजेक्ट का काम नहीं हो पा रहा है. दरअसल, भारतमाला परियोजना के तहत यहां से एक्सप्रेस-वे बनना है. इसके लिए चतरा, हजारीबाग और बोकारो में वन भूमि के बदले में जमीन उपलब्ध करानी है, क्योंकि एनएचएआइ को सड़क परियोजना के लिए वन भूमि लेनी है. जितनी वन भूमि ली जायेगी, प्रावधान के तहत उसके एवज में उतनी ही गैर वन भूमि वन विभाग को उपलब्ध करायी जायेगी. ऐसे में एनएचएआइ को राज्य सरकार गैर वन भूमि उपलब्ध करायेगी, लेकिन अभी तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है. बताया जा रहा है कि इन तीन जिलों यानी चतरा, हजारीबाग और बोकारो में इसकी स्थिति बहुत अच्छी नहीं है. इस मामले को लेकर मुख्य सचिव के स्तर पर एनएचएआइ के अधिकारियों की बात भी हुई थी. जल्द जमीन उपलब्ध कराने का आश्वासन मिला था.

इस पूरे प्रोजेक्ट की लंबाई करीब 610 किमी है, झारखंड में इसकी लंबाई 210 किमी होगी. यह एक्प्रेसवे रामगढ़ से होकर भी गुजरेगी. एनएचएआइ के अफसरों ने राज्य सरकार को पूरे मामले से अवगत कराया था. यह बताया था कि वन भूमि के नहीं मिलने के कारण प्रोजेक्ट को पूरा करने में देरी हो सकता है. ऐसे में इस दिशा में जल्द कार्रवाई हो. एनएचएआइ के चेयरमैन संतोष यादव ने भी इस बाबत राज्य सरकार को पत्र लिखा था. हालांकि, अब तक इस दिशा में कोई कार्य नहीं हुआ है.

  • वन भूमि के बदले नहीं मिली जमीन, वाराणसी-कोलकाता प्रोजेक्ट प्रभावित

  • भारतमाला परियोजना के तहत झारखंड होकर फोरलेन का एक्सप्रेस-वे बनना है

  • चतरा, हजारीबाग और बोकारो में वन भूमि के बदले में जमीन उपलब्ध करानी है

झारखंड में कहां-कहां से गुजरेगी सड़क

यह एक्सप्रेस-वे झारखंड में सोनपुरबीघा से सड़क चतरा में प्रवेश करेगी. फिर चतरा बाइपास होते हुए एनएच-100 के आगे डोनोरेशान गांव तक सड़क निकलेगी. यहां से एनएच-20 के जंक्शन से आगे हजारीबाग-रामगढ़ होते हुए बोकारो निकलेगी. इस क्रम में बोगंबर और लेपो गांव को यह सड़क जोड़ेगी. फिर कमलापुर गांव से झारखंड-पश्चिम बंगाल सीमा में प्रवेश करेगी.

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