
: विषय की लिस्टिंग नहीं होने से डीएनओ कार्यालय में लंबित हो जा रहे हैं आवेदन विशेष संवाददाता रांची. रांची विवि अंतर्गत विभिन्न कॉलेजों में स्नातक व स्नातकोत्तर वोकेशनल कोर्स के अंतर्गत अध्ययनरत कई विद्यार्थियों को ई-कल्याण के माध्यम से छात्रवृत्ति नहीं मिल पा रही है. विद्यार्थियों द्वारा आवेदन दिये जाने के बाद भी महीनों बाद उनकी छात्रवृत्ति स्वीकृत नहीं हो पा रही है. विद्यार्थी दो-तीन माह से कभी कल्याण विभाग, तो कभी कॉलेज का चक्कर लगा रहे हैं. विद्यार्थियों का कहना है कि पोर्टल पर डीएनओ (डिस्ट्रिक्ट नोडल ऑफिसर) ऑफिस में पेंडिंग दिखाया जाता है. विद्यार्थी जब कल्याण विभाग में जानकारी हासिल करने जाते हैं, तो बताया जाता है कि संबंधित कोर्स डिटेल में त्रुटि के कारण छात्रवृत्ति स्वीकृत नहीं हो रहा है. विद्यार्थियों को अपने कॉलेज से सही-सही डिटेल भेजने के लिए कहा जाता है. जब विद्यार्थी कॉलेज जाकर इसकी जानकारी देते हैं, तो कॉलेज के कर्मचारी कहते हैं कि कॉलेज द्वारा सही जानकारी भेजी गयी है. गड़बड़ी कल्याण विभाग से ही है. फिलहाल विद्यार्थी कभी कल्याण विभाग, तो कभी कॉलेज का चक्कर लगा रहे हैं. इधर, कॉलेज कर्मचारियों का कहना है कि इस प्रकार की दिक्कत प्रत्येक वर्ष हो रही है. रांची वीमेंस कॉलेज बीसीए की भुक्तभोगी कई छात्राओं ने बताया कि पिछले दो माह से छात्रवृत्ति के लिए चक्कर लगा रही है. एक सेमेस्टर का भी पैसा नहीं मिला है. प्रत्येक सेमेस्टर में साढ़े सात हजार रुपये लगते हैं. छात्रवृत्ति नहीं मिलने से उनलोगों को कठिनाई हो रही है. कॉलेज द्वारा कहा गया कि आवेदन लिख कर कल्याण विभाग में जमा करें, आवेदन जमा किये भी दो माह हो गये, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. इधर, पीजीएफडी की छात्राओं ने कहा कि वे लोग राज्य से बाहर अध्ययन कर रही हैं, लेकिन विषय लिस्टिंग नहीं होने से छात्रवृत्ति नहीं मिल रही है. जबकि सभी आवश्यक कागजात जमा किये दो से तीन माह हो गये हैं.
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