रांची. मंईयां सम्मान योजना की राशि के सदुपयोग को लेकर रविवार को महिला समूहों की बैठक आयोजित की गयी. इसमें महिलाओं ने कहा कि वह पशुपालन और ड्रिप इरिगेशन से जुड़कर आर्थिक रूप से मजबूत हो रही हैं. बकरी और मुर्गी पालन भी उन्हें स्वावलंबी बना रहा है. महिलाओं काे सखी मंडल समूह, सीएलएफ और ग्राम संगठन से जोड़ा गया था. इधर, रामपुर स्थित प्राथमिक स्वावलंबी सहकारी समिति सभागार में आयोजित कार्यक्रम में डीसी मंजूनाथ भजंत्री शामिल हुए. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार मंईयां सम्मान के रूप में लाभुकों को 2,500 रुपये की राशि दे रही है. इस राशि से कैसे आप अपने परिवार को आर्थिक रूप से संपन्न कर सकती हैं, इसपर ध्यान देना होगा. आप बकरी पालन, मुर्गी पालन और अंडा उत्पादन के जरिये स्वरोजगार अपना कर आर्थिक रूप से खुद को मजबूत बना सकती हैं. जब इससे आप समृद्ध होंगी, तो अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा दे पायेंगी. प्रशासन द्वारा भी इसके लिए सार्थक पहल की जा रही है. इसके लिए व्यापक पैमाने पर कार्य योजना तैयार की जा रही है. डीसी ने महिलाओं को साइबर अपराधी से बचने की सलाह दी. कहा कि अपना बैंक डिटेल और आवश्यक दस्तावेज किसी अनजान व्यक्ति को साझा नहीं करें. कार्यक्रम में सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा रविशंकर मिश्रा, डीपीएम झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी के निशिकांत नीरज, मुखिया सरस्वती देवी, आजीविका महिला संकुल स्तरीय प्राथमिक स्वावलंबी सहकारी समिति की अध्यक्ष नेहा कुजूर और उपाध्यक्ष अनीता देवी मौजूद थीं.
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