आदिवासियों से सादगी और ईमानदारी की लें शिक्षा
इस मौके पर प्रो डे ने कहा कि हमें आदिवासियों से सादगी और ईमानदारी की शिक्षा लेनी चाहिए. वहीं, नैनो टेक्नोलॉजी विभाग के सहायक प्रो डॉ रमेश उरांव ने विश्व आदिवासी दिवस मनाने की महत्ता पर प्रकाश डाला. जनसंचार विभाग के सहायक प्रो डॉ अमृत कुमार ने आदिवासी जल, जंगल और जमीन के बारे में बताया. साथ ही उनके प्राकृतिक प्रेम को भी बताया.
फोटोग्राफी और चित्रकारी प्रतियोगिता का आयोजन
झारखंड सेंट्रल यूनिवर्सिटी में कार्यरत ग्रामीण आदिवासी महिलाओं ने उरांव गीत एवं संगीत प्रस्तुत किया. विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर फोटोग्राफी एवं चित्रकारी प्रतियोगिता रखी गयी थी. चित्रकारी में शिक्षा विभाग की मनीषा सत्पथी एवं प्रेमजन प्रधान को पुरस्कृत किया गया. वहीं, फोटोग्राफी में कोरियन विभाग की याशिका लकड़ा को पुरस्कृत किया गया.
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जमकर थिरके छात्र-छात्राएं
विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर सेंट्रल यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राएं मांदर की थाम पर जमकर थिरके. पारंपरिक वेशभूषा में थिरकते इन स्टूडेंट्स को देखते ही बन रहा था. पूरा यूनिवर्सिटी परिसर आदिवासी नृत्य-संगीत से झूम उठा.
कार्यक्रम में इनकी रही सहभागिता
इस मौके पर झारखंड सेंट्रल यूनिवर्सिटी की सहायक प्रो डॉ निर्मली बोरदोलोई, सहायक प्रो साइमन वातरे संगमा सहित यूनिवर्सिटी के शोधार्थी, विद्यार्थी सहित अन्य लोग मौजूद उपस्थित थे. कार्यक्रम का संचालन अर्जुन मांझी, संतोष उरांव, बबन तिग्गा, सिदाम हांसदा, प्रशांत टुडू, बिनीता तिग्गा, साक्षी एवं अन्य छात्रों द्वारा किया गया.
Posted By: Samir Ranjan.