रांची, लता रानी. जिंदगी में हंसना जरूरी है. तनाव से दूर एक खुशनुमा माहौल जिंदगी को खुशियों से भर देता है. इस बात को साबित करता है हमारे शहर के बुजुर्गों का दल हरिओम अखाड़ा. अखाड़ा के सदस्य रोज सुबह सात बजे मोरहाबादी के ऑक्सीजन पार्क में नीलांबर-पितांबर की मूर्ति के पास बैठकर लाफ्टर थेरेपी लेते हैं. यानी कि सब मिलकर हंसते हैं. अपना सुख-दुख भी बांटते हैं. मात्र दस मिनट की ये हंसी उन्हें दुनिया भर की खुशी दे जाती है. ऊपर से स्वास्थ्य का लाभ अलग. अखाड़ा के सदस्य सुबह सात बजे मिलते हैं और मात्र दस मिनट के अंदर सात बज कर दस मिनट पर लाफ्टर थेरेपी पूरी हो जाती है. पहले ताली बजाते हैं, ताली में हरिओम और बोलबम का नारा लगाते हैं. फिर प्रार्थना करते हैं. उसके बाद शुरू होता है हंसने का सिलसिला. बुजुर्गों की तेज हंसी से मोरहाबादी का प्रांगण खुशी से गूंज उठता है.
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