रांची. झारखंड में एक बार फिर साइक्लोनिक सर्कुलेशन के सक्रिय होने व बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बनने से माॅनसून के घने बादल पूरे झारखंड में मंडरा रहे हैं. मंगलवार को सबसे अधिक राजधानी रांची में मात्र दो घंटे में 55.8 मिमी बारिश हुई. जिससे जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया. जल जमाव से लोगों की परेशानी बढ़ गयी. वहीं वज्रपात से लोहरदगा जिला के अंबाटोली निवासी मनोज उरांव की पत्नी सुजीता उरांव की मौत हो गयी, जबकि गंदूर उरांव की पत्नी बिनी देवी गंभीर रूप से घायल हो गयी. उधर बंदगांव के पिंगु गांव में राणी हंस की वज्रपात से मौत हो गयी. वह अपने घर के आंगन में बर्तन धो रही थी. वज्रपात से सोआरा पौडेया टोली में सात बकरियों की मौत हो गयी है. मौसम विभाग ने 25 जून को 11 जिलों में भारी बारिश की आशंका को देखते हुए येलो अलर्ट जारी कर दिया है. इसमें रांची, खूंटी, गुमला, सिमडेगा, पश्चिमी सिंहभूम, गोड्डा, साहेबगंज, दुमका, देवघर, जामताड़ा व पाकुड़ शामिल हैं. मौसम विभाग ने 26 जून को रांची, लोहरदगा, गुमला, सिमडेगा, पश्चिम सिंहभूम, खूंटी, सरायकेला, पूर्वी सिंहभूम में बहुत भारी बारिश होने की चेतावनी दी है. इसे देखते हुए इन जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. इसके अलावा 27 जून को भी रांची, गुमला, खूंटी, सरायकेला, सिमडेगा, पश्चिम सिंहभूम व पूर्वी सिंहभूम में वज्रपात के साथ बारिश होने की चेतावनी देते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है. हालांकि मौसम विभाग ने अन्य जिलों में वज्रपात व तेज हवा के साथ-साथ छिटपुट से हल्की बारिश होने की संभावना व्यक्त की है.
संबंधित खबर
और खबरें