साहिबगंज. “मेरा युवा भारत- साहिबगंज ” की ओर से शनिवार को कारगिल विजय दिवस का आयोजन किया गया. भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय की अधीनस्थ संस्था द्वारा कार्यक्रम किया गया. इसकी शुरुआत सकरोगढ़ स्थित काली मंदिर के पास शहीद सुबोध सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण से हुई. इसके बाद सुबोध सिंह चौक से शहीद चौक तक साइकिल रैली निकाली गयी. शहीद चौक पर स्थापित शहीदों की प्रतिमा पर भी माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी गयी. “मेरा युवा भारत ” के पूर्व स्वयंसेवक चंदन कुमार ने बताया कि यह दिवस स्वतंत्र भारत के सभी नागरिकों के लिए अत्यंत गर्व और सम्मान का प्रतीक है. 1999 में भारत और पाकिस्तान के बीच लड़ा गया कारगिल युद्ध एक ऐतिहासिक संघर्ष था, जिसमें पाकिस्तान ने चोरी-छिपे कारगिल की ऊंची पहाड़ियों पर कब्जा करने की कोशिश की थी. लेकिन भारतीय सैनिकों ने कठिन और विषम भौगोलिक परिस्थितियों में भी साहस और पराक्रम दिखाकर दुश्मन को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया. यह सिर्फ एक सैन्य विजय नहीं थी, बल्कि यह भारत की आत्मा और एकता की भी जीत थी. कार्यक्रम में उपस्थित राज कोचिंग सेंटर के शिक्षक रविकांत तनती ने बताया कि हमें आज के दिन कैप्टन विक्रम बत्रा, ग्रेनेडियर योगेंद्र सिंह यादव, राइफलमैन संजय कुमार जैसे वीरों को याद करना चाहिए, जिनकी बहादुरी आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा है. यह दिवस हर साल 26 जुलाई को मनाया जाता है, जो कारगिल युद्ध की समाप्ति और भारत की विजय का प्रतीक है. यह दिन उन सभी शहीदों को समर्पित है जिन्होंने देश की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति दी. कार्यक्रम का संचालन कौशर अंसारी ने किया. कार्यक्रम में राकेश, मेघनाथ, सोनू, विराज, अंश, सोनमणि, सूचित, सुमित, गौरव, चांदनी, निशा, काजल, रागिनी, लाली चेतन और प्रिंस उपस्थित थे.
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