प्रतिनिधि, बरहरवा. बरसात के मौसम में प्रखंड क्षेत्र के कई गांवों में दूषित जल और बासी भोजन के कारण संक्रमणों के चलते लोग डायरिया जैसी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. स्थिति इतनी गंभीर हो गयी है कि सीएचसी बरहरवा समेत अन्य केंद्रों में प्रतिदिन डायरिया के लक्षणों वाले कई मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं. मंगलवार को भी सीएचसी बरहरवा में कई मरीजों में डायरिया के लक्षण पाये गये,, जिन्हें भर्ती कर इलाज किया जा रहा है. जानकारी के अनुसार, माधोपाड़ा की 18 वर्षीय हीरामुनि सोरेन, 31 वर्षीय होपोनमय हेंब्रम और रिसौड का 8 वर्षीय रवि सोरेन समेत कई मरीज भर्ती हैं. डायरिया के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है और गांव-गांव में शिविर लगाकर संभावित मरीजों की पहचान कर उन्हें दवाइयां और परामर्श दे रहा है. सीएचसी बरहरवा के एमओआईसी डॉ. पंकज कर्मकार ने लोगों से अपील की है कि समय रहते इलाज कराएं और झोला छाप डॉक्टरों से दूर रहें.
संबंधित खबर
और खबरें