
उधवा. प्रखंड के पश्चिमी उधवा दियारा पंचायत में करोड़ों की लागत से दर्जनों जलमीनार बनी हुई है. पंचायतों में एक-दो जलमीनार को छोड़कर ज्यादातर शोभा की वस्तु बनी हुई है. दियारा क्षेत्रों के ज्यादातर जगहों में आयरन युक्त जल उपयोग करते हैं. आयरन मुक्त पेयजल तथा हर घर जल उपलब्ध कराने को लेकर कई योजनाएं चलायी गयी. जलमीनारें बनायी गयी, ताकि शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो सके. जानकारी के अनुसार पश्चिम पश्चिमी उधवा पंचायत अंतर्गत यार मोहम्मद टोला, वजीर टोला, बिन टोला, टाफू टोला, वाजेद मंडल टोला, उज्ज्वल टोला, जेरात टोला, रियाजुद्दीन टोला, सिद्दीक मुन्ना टोला, मन्नान टोला, बिसलत मंडल टोला, अजरूद्दीन टोला के लोगों की सहूलियत के लिए लाखों की लागत से जलमीनार निर्माण किया गया. परंतु आधा अधूरे कार्य कर ठेकेदार गायब है. अधूरे कार्य होने से सैकड़ों ग्रामीणों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है. ग्रामीणों की माने तो दो वर्ष पहले जलमीनार का कार्य शुरू किया था. दो वर्ष बीत जाने के बाद भी अब तक दर्जनों जलमीनार ज्यों का त्यों क्यों पड़े हैं. कुछ को छोड़कर अब भी दर्जनों जलमीनार से जलापूर्ति बहाल नहीं की गई है. कई जगहों पर फाउंडेशन कर गया है, कुछ जगहों में सिर्फ मीनार खड़ी की गयी है. कई जगहों पर पाइपलाइन, मोटर आदि भी नहीं लग सके हैं. क्या कहते हैं मुखिया शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने जल नल योजना शुरू किया. अबतक कार्य पूर्ण नहीं होना ठेकेदार की मनमानी दर्शाता है. ठेकेदार पर आवश्यक करवाई की जानी चाहिए. योजनाओं को पूर्ण किया जाना चाहिए. -जियाउल हक उर्फ शास्त्री, मुखिया, पश्चिमी उधवा दियारा पंचायत
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