तालझारी.प्रखंड के दुधकोल गांव में रविवार को तालझारी मुखिया दुर्गा किस्कू की अध्यक्षता में प्रभात संवाद का आयोजन किया गया, जिसमें कृषि से जुड़े किसान, बुद्धिजीवी व युवा वर्ग शामिल हुए. इस दौरान खरीफ फसल धान की खेती पर खुलकर चर्चा की गई. खेती क्षेत्र में समुचित व्यवस्था उपलब्ध कराने की मांग रखी गई. लोगों ने बारी-बारी से खरीफ फसल की अच्छी पैदावार को लेकर अपने विचार रखे. लोगों ने बताया कि तालझारी प्रखंड 15 किलोमीटर उत्तर व 15 किलोमीटर दक्षिण दिशा तक फैला हुआ है. क्षेत्र के अधिकांश लोग धान की खेती करते हैं और यह खेती वर्षा पर निर्भर है. किसानों को अच्छी धान की फसल हो, इसके लिए सरकार को समय पर धान बीज व खाद उपलब्ध कराना जरूरी है. खेती के लिए जगह-जगह डीप बोरिंग, तालाब और सिंचाई कूप पर्याप्त मात्रा में होने चाहिए. बताया गया कि रोहिणी नक्षत्र 25 मई को सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश के साथ शुरू होगा, जो 8 जून तक रहेगा. रोहिणी नक्षत्र में धान का बिछड़ा पौधा कुपोषण का शिकार नहीं होता. किसानों को चाहिए कि खेत जुलाई तक लायक हो जाएं और वे अपने खेतों की जुताई कर लें. गर्मी के मौसम में खेतों की दो बार जुताई करने से कीटों का नाश होता है, जिससे खरीफ फसल की पैदावार अच्छी होती है. पिछले दिनों अच्छी बारिश होने से प्रखंड क्षेत्र के किसानों में खुशी का माहौल है. किसान खरीफ फसल धान की खेती की तैयारी में जुट जाएंगे. कुछ जगहों पर खेतों में नमी हो जाने के कारण किसानों ने जुताई का काम शुरू कर दिया है. मौके पर मुखिया दुर्गा किस्कू, मुंशी हांसदा, बिडन, बाबूलाल मरांडी, सुनील टुडु, चंदन ठाकुर, दिनेश पंडित, राजाराम, कपूर चंद्र तुरी सहित अन्य लोग मौजूद थे. विषयवस्तु प्रवेश व धन्यवाद ज्ञापन प्रतिनिधि सूरज शेखर ने किया.
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